सदर अस्पताल में हैं सभी सुविधाएं, निजी क्लिनिक में पैसे न बहायें
सदर अस्पताल में हैं सभी सुविधाएं, निजी क्लिनिक में पैसे न बहायें
विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर गढ़वा सदर अस्पताल के सभागार में विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें लोगों को स्वास्थ्य विभाग की ओर से संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रमों तथा स्वास्थ्य सेवा से जुड़े अधिकारों के बारे में बताया गया. इसमें पीएलवी मुरली श्याम तिवारी ने कहा कि भारत में विश्व स्वास्थ्य दिवस वर्ष 1950 से सात अप्रैल को मनाया जा रहा है. श्री तिवारी ने कहा कि किसी भी निजी अस्पताल के बनिस्पत सरकारी अस्पताल में कम सुविधाएं एवं संसाधन नहीं हैं. यहां योग्य चिकित्सक भी हैं. इसलिए निजी अस्पताल में पैसे बरबाद करने के बजाय लोगों को सरकारी अस्पताल में इलाज कराना चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरा स्वास्थ्य मेरा अधिकार के तहत स्वास्थ्य जागरूकता शिविर, स्वास्थ्य मेला व स्वास्थ्य शिक्षा जैसे कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं. इसके तहत मलेरिया उन्मूलन, प्लस पोलियो उन्मूलन अभियान, एचआइवी एड्स जागरूकता कार्यक्रम, कैंसर जागरूकता कार्यक्रम, मानसिक स्वास्थ्य, योग, स्वस्थ भोजन, चेचक व तपेदिक उन्मूलन, बच्चों को वैक्सिन तथा फाइलेरिया जैसी बीमारी से ग्रामीणों को बचाने के कार्यक्रम अभियान के रूप में चलाये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कोविड काल में भी स्वास्थ्य से जुड़ी कई नयी योजनाएं सरकार की ओर से शुरू की गयी है. आंगनबाड़ी एवं मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के जरिये गर्भवती महिलाओं एवं कुपोषित बच्चों को लाभ दिया जाता है. उन्होंने कहा कि सभी को अपने अधिकार को समझने तथा इसका लाभ उठाने की आवश्यकता है.
राज्य में प्रति तीन हजार आबादी के लिए एक चिकित्सक : मौके पर जनक विकास धारा ऑर्गेनाईजेशन संस्था के सचिव रामाशंकर चौबे ने कहा कि वर्ष 2018 तक झारखंड की प्रति 8300 आबादी के लिए एक चिकित्सक (सरकारी या निजी) उपलब्ध थे. वहीं अब प्रति तीन हजार की आबादी पर एक चिकित्सक उपलब्ध है. इस तरह राज्य में चिकित्सकों की संख्या में वृद्धि हुई है. हालांकि डबल्यूएचओ के अनुसार प्रत्येक एक हजार की आबादी पर एक चिकित्सक उपलब्ध होना चाहिए. कार्यक्रम में बीटीटी आशा देवी ने भी अपने विचार रखे. धन्यवाद ज्ञापन सहायक विमलेश जी ने किया.उपस्थित लोग : मौक पर पीएलवी उमाशंकर दूबे, सच्चिदानंद पांडेय, शंभूजी,संगीता देवी, प्रतिमा देवी व मंजू देवी मौजूद थे.