सावधि जमा का पैसा फर्जी तरीके से निकासी करने का आरोप
सावधि जमा का पैसा फर्जी तरीके से निकासी करने का आरोप
पंजाब नेशनल बैंक सिंघिताली शाखा से छठनी कुमारी के नाम से सावधि जमा का पैसा बैंक कर्मचारी व बिचौलिये की मिलीभगत से फर्जी तरीके से निकासी कर लेने की जानकारी है. निकासी की सूचना मिलने पर छठनी कुमारी ने शाखा प्रबंधक मनीष कुमार से मिलकर मौखिक शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है. भवनाथपुर के बुका गांव निवासी कईल भुइयां की पुत्री छठनी कुमारी की मां उर्मिला देवी की मौत वर्ष 2015 में बारिश में आये बाढ़ में बहकर हो गयी थी. तब अंचल कार्यालय से आपदा प्रबंधन द्वारा 1.10 लाख का चेक छठनी कुमारी के नाम मिला था. तब छठनी कुमारी नाबालिग थी. पंजाब नेशनल बैंक की सिंघिताली शाखा में चेक को छठनी कुमारी के नाम से फिक्स डिपॉजिट (एफडी) कर दिया गया. उसमें बताया गया था कि छठनी बालिग होने पर अपना पैसा निकाल सकती हैं. कुछ वर्ष पूर्व छठनी कुमारी के पिता की भी मृत्यु हो गयी. इसके बाद से वह पूरी तरह से अनाथ हो गयी. छठनी के अनाथ होने पर उसके मामा बुका निवासी मंगरू भुईयां उसकी परवरिश करने लगे. बताया गया कि छठनी का पैसा परिपक्व (मैच्योर्ड) होकर 1.70 लाख रु हो गया था. इसी बीच छठनी के मौसा-मौसी ने उसकी शादी लखनऊ में कर दी. एक सप्ताह पूर्व छठनी को अपना पैसा फर्जी तरीके से निकासी की सूचना मिली. बताया गया कि फरवरी से मार्च 2024 के बीच छठनी का फिक्स डिपॉजिट तोड़कर तथा पूरी रकम 1.70 लाख रु को बचत खाता में डालकर चार किस्तों में इसकी निकासी कर ली गयी है. छठनी ने शाखा प्रबंधक से पूछा कि जब वह लखनऊ में है, तो उसका पैसा कैसे निकल गया. छठनी की मौखिक शिकायत के बाद बैंक में हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा ह बैंक कर्मचारी अब मामले को सुलझाने में लगे हैं. मामा ने पासबुक गिरवी रख दिया था
छठनी ने बताया कि उसके मामा मंगरू भुईयां ने उसका पास बुक और फिक्स डिपॉजिट का पेपर टाउनशिप के डेकोरेशन वाले बिनोद राम के पास गिरवी रख दी थी. इसी बीच दो वर्ष पूर्व सड़क दुघर्टना में मामा की मौत हो गयी. इसके बाद से बिनोद राम उससे फिक्स डिपॉजिट तोड़कर 60 हजार रुपये मांग रहा था. उसका कहना था कि उसके मामा ने उससे पैसे लिये थे. उसका ब्याज बढ़कर 60 हजार रुपये हो गया है. उसने यह भी कहा था कि पैसे नहीं देने पर वह किसी को छठनी कुमारी बनाकर पैसा निकाल लेगा.लिखित शिकायत मिलने पर कार्रवाई करेंगे : शाखा प्रबंधक
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