गढ़वा सीएस ने फाइलेरिया रोधी रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया
गढ़वा : गढ़वा जिले में दस अगस्त से चलनेवाले मास ड्रग एडमिनिट्रेशन कार्यक्रम की तैयारी कर ली गयी है. इसकी जागरूकता के लिए शनिवार को एक जागरूकता रथ को रवाना किया गया. गढ़वा सिविल सर्जन डॉ एनके रजक ने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रथ को रवाना किया.
उक्त कार्यक्रम के तहत फाइलेरिया से बचाव के लिए जिले के 1349205 लोगों को फाइलेरियारोधी दवा की खुराक खिलायी जायेगी. इसमें अल्बेंडाजोल और डीइसी की दवा शामिल है. इसकी जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ एनके रजक ने कहा कि फाइलेरिया एक जानलेवा बीमारी नहीं है, पर एक गंभीर बीमारी जरूर है.
लोगों को उससे बचाव के लिए मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन कार्यक्रम के तहत दस अगस्त से 20 अगस्त तक डीइसी और अल्वेंडाजॉल की दवा खिलायी जायेगी. उन्होंने कहा कि इस बार 13 लाख 49 हजार 205 लोगों को डीइसी और अल्वेंडाजॉल की दवा खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके लिए 1341 बूथ बनाए गये गये हैं. उक्त सभी बूथ पर दवा खिलाने के लिए 3512 दवा प्रशसक और 320 सुपरवाइजर की प्रतिनियुक्ति की गयी है.
सीएस ने बताया कि कोरोना महामारी को देखते हुए सभी तरह की तैयारी करते हुए दो दिन बूथ पर और बाकी के आठ दिन घर-घर जाकर दवा खिलायी जायेगी. इस दौरान गढ़वा डीपीएम प्रवीण कुमार सिंह ने कहा कि इस अभियान में शून्य से एक वर्ष के बच्चे, गर्भवती महिला, गंभीर मरीज को दवा नहीं खिलाना है.
वहीं एक से दो वर्ष के बच्चों को सिर्फ अल्वेंडाजॉल की आधी गोली ही खिलायी जायेगी. वहीं दो से पांच वर्ष के बच्चों को अल्वेंडाजॉल और डीइसी की एक गोली खिलायी जायेगी. जबकि छह से 14 वर्ष के बच्चों को डीइसी की दो गोली और अल्वेंडाजॉल की एक गोली, 15 से अधिक उम्र के लोगों को डीईसी की तीन गोली और अल्वेंडाजॉल की एक गोली खिलाना है. इस मौके पर महामारी नियंत्रक डॉ संतोष मिश्रा, मलेरिया सलाहकार अरविन्द द्विवेदी, मिथिलेश कुमार कुशवाहा आदि उपस्थित थे.