बाबुलाल मरांडी ने दुष्कर्म पीड़िता से की बात, पूर्व विधायक को उसके गांव भेजा
बाबुलाल मरांडी ने दुष्कर्म पीड़िता से की बात, पूर्व विधायक को उसके गांव भेजा
प्रभात खबर में आदिवासी महिला के साथ दुष्कर्म किये जाने एवं धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने को लेकर न्यायालय की ओर से प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश से संबंधित खबर छपने के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबुलाल मरांडी ने पीड़िता से बात की. श्री मरांडी के निर्देश पर पूर्व विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी सोमवार को पीड़िता के घर बाराडीह गांव पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली. उन्होंने दुष्कर्म पीड़िता एवं उसके परिजनों से बात कर हर संभव मदद का आश्वासन दिया. इस दौरान उन्होंने पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय से फोन पर बात कर पीड़िता को सुरक्षा देने को कहा. पूर्व विधायक ने पुलिस सुरक्षा उपलब्ध कराये जाने तक पीड़िता के घर पर ही बैठने की चेतावनी दी. इस पर एसपी ने तुरंत रंका थाना प्रभारी को पीड़िता के घर भेजा. रंका पुलिस को पीड़िता के घर पहुंचने के बाद ही वह वहां से उठे. इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी फोन के माध्यम से पीड़िता से बात की. श्री तिवारी ने थाना प्रभारी के साथ मिलकर पीड़िता से बंद कमरे में काफी देर तक बात की तथा पूरा सहयोग करने एवं सुरक्षा प्रदान करने का आश्वासन दिया.
हमारी जान को खतरा : मौके पर पीड़िता व उसके भाई ने कहा कि उनलोगों की जान को खतरा है. आरोपी काफी दबंग व अपराधी प्रवृत्ति का है. मौके पर पूर्व विधायक ने कहा कि पीड़िता के साथ काफी अन्याय हुआ है. प्रशासन ने भी पीड़िता का सहयोग नहीं किया. अन्यथा ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती. उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी ने उन्हें पीड़िता के घर जाकर स्थिति से अवगत होने को कहा. इसके बाद वह पीड़िता के घर पहुंचे हैं. पूर्व विधायक ने कहा कि आदिवासी हित की बात करनेवाले प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व उनका तंत्र इस मामले में पंगु बना हुआ है. अन्यथा पीड़िता को कोर्ट की शरण नहीं लेनी पड़ती. गढ़वा के विधायक सह मंत्री ने पीड़िता की सुध लेना भी जरूरी नहीं समझा. उन्होंने कहा कि आदिवासी की बात करनेवाले झामुमो के लोग आदिवासियों का शोषण करना और अपना झोला भरना जानते हैं.उल्लेखनीय है कि पीड़िता ने थाना व पुलिस के चक्कर लगाने के बाद थक कर 24 अगस्त को गढ़वा कोर्ट में आरोपियों के खिलाफ परिवाद दायर किया था. इसके बाद न्ययालय ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है. हालांकि अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है. प्रभात खबर में इसकी खबर छपने के बाद बाबुलाल मरांडी तक यह बात पहुंची है.
मौके पर पीड़िता ने कहा कि आरोपी रंका निवासी इजहार अंसारी ने पहली बार 14 वर्ष की उम्र में हथियार के बल पर उसके साथ दुष्कर्म किया था. इसके बाद से वह लगातार उसके साथ दुष्कर्म करता रहा है. किसी से कहने पर उसे व उसके परिवार वालों को हत्या करने की धमकी देता है. धमकी देकर उसका 20 वर्षों तक शोषण किया गया.
नक्सली रहा है आरोपी : पीड़िता ने कहा कि इजहार अंसारी पूर्व में भाकपा माओवादी का नक्सली रहा है. इसी वजह से वह डर कर रहती है. बाद में इजहार मुखिया बन गया है. उसने कहा कि इस दौरान उसका तीन बार गर्भपात कराया गया और इस्लाम धर्म अपनाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. पीड़िता ने कहा कि इस दौरान आरोपी इजहार अंसारी के चंगुल से मुक्त होकर परिवार के लोगों ने दो बार उसकी शादी भी करायी. लेकिन आरोपी ने धमकी देकर तलाक करा दिया और अपने पास रहने के लिए दबाव बनाया.मामला रफा-दफा करने का दबाव : मौके पर पीड़िता के भाई ने कहा कि जेएमएम नेता सह 20 सूत्री के पूर्व जिला उपाध्यक्ष नितेश सिंह मामले को रफा-दफा करने के लिए उस पर दबाव बना रहे हैं और लगातार फोन कर उन्हें अपने पास बुला रहे हैं. इससे उनको जानमाल का खतरा है.
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