रमकंडा के जंगलों में घूम रहा बेतला का टाइगर
रमकंडा के जंगलों में घूम रहा बेतला का टाइगर
रमकंडा. गढ़वा जिले के दक्षिणी वन क्षेत्र के अधीन रमकंडा भंडरिया के जंगलों में पिछले एक सप्ताह के अंदर 10 मवेशियों को शिकार बना चुका बेतला का टाइगर ग्यारहवें शिकार की तलाश कर रहा है. एक दिन पहले होमिया गांव में सुरेंद्र कोरवा के दो बछड़े का शिकार करने के बाद बाघ शिकार की तलाश में तेतरडीह के जंगलों में घूम रहा है. वहीं नदी किनारे उसका फुटमार्क देखा गया है. मंगलवार की सुबह तेतरडीह के जंगल किनारे शीतलहर में आराम फरमा रहे बाघ की तस्वीर ग्रामीणों ने अपने कैमरे में कैद की है. हालांकि सुबह-सुबह धुंध व सस्ते मोबाइल के कैमरों से उसकी तस्वीर साफ नही खींची जा सकी. वहीं लोग डर के मारे गांवों की ओर लौट गये. उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले होमिया गांव में बाघ ने दिनदहाड़े दो बछड़ों को अपना शिकार बनाया था. वह अबतक कई मवेशेयों को अपना शिकार बना चुका है. ट्रैपिंग कैमरे से दूर है बाघ : इधर रमकंडा क्षेत्र में बाघ के जमे होने व लगातार इसी एरिया में मवेशियों को शिकार बनाने की घटना के बाद गढ़वा वन विभाग ने इन जंगलों के संभावित ठिकानों पर ट्रैपिंग कैमरा लगाया है. लेकिन अब तक ट्रैपिंग कैमरे में उसकी तस्वीर नही आयी है. कुटकु रेंज में पलामू टाइगर रिजर्व की ओर से 10 ट्रैपिंग कैमरा लगाये गये हैं. जंगलों में जाने से रोका है : इधर रमकंडा के जंगली क्षेत्रों में बाघ की उपस्थिति के बाद वन विभाग माइकिंग कर लोगों को जागरूक कर रहा है. इसके अलावे बिराजपुर पंचायत के मुखिया ललिता लकड़ा व बलिगढ़ पंचायत के मुखिया बिनोद प्रसाद ने अपने पंचायत के लोगों से फिलहाल कुछ दिनों तक जंगलों में जाने पर रोक लगायी है.
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