नाम बदलकर स्वास्थ्य विभाग में कर रहा है नौकरी, पत्नी ने अपने ही पति पर लगाया आरोप
गढ़वा : बिहार के नालंदा जिला के नगरनौसा थाना के चौरासी गांव निवासी नरेंद्र प्रसाद सुधाकर नामक व्यक्ति के अशोक कुमार के रूप में नाम बदलकर गढ़वा जिला के चिनिया अतिरिक्ति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लैब तकनीशियन के पद पर फर्जी तरीके से नौकरी करने का मामला प्रकाश में आया है. यह आरोप खुद उसकी पत्नी सविता देवी ने गढ़वा उपायुक्त को आवेदन देकर लगाया है. पढ़ें, गढ़वा ब्यूरो विनोद पाठक की रिपोर्ट...
गढ़वा : बिहार के नालंदा जिला के नगरनौसा थाना के चौरासी गांव निवासी नरेंद्र प्रसाद सुधाकर नामक व्यक्ति के अशोक कुमार के रूप में नाम बदलकर गढ़वा जिला के चिनिया अतिरिक्ति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लैब तकनीशियन के पद पर फर्जी तरीके से नौकरी करने का मामला प्रकाश में आया है. यह आरोप खुद उसकी पत्नी सविता देवी ने गढ़वा उपायुक्त को आवेदन देकर लगाया है. पढ़ें, गढ़वा ब्यूरो विनोद पाठक की रिपोर्ट…
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आवेदन में सविता देवी ने कहा है कि उसकी शादी वर्ष 1988 में युगल किशोर प्रसाद के पुत्र नरेंद्र प्रसाद सुधाकर के साथ हुई थी. पति से उनके दो बेटी एवं एक बेटा भी हैं. लेकिन पिछले कुछ साल से उन लोगों को जानकारी दिये बगैर उनके पति गढ़वा रहने लगे हैं. वहां से वे पांच-छह महीने में चार दिन के लिए घर आते थे और फिर वापस लौट जाते थे.
पहले उन लोगों को पता नहीं चला, जब उन्हें संदेह हुआ तो उन्होंने पति के विषय में जानकारी जुटायी, तो वह आश्चर्यचकित रह गयीं. उन्हें कुछ दिन पहले पता चला कि उनका पति गढ़वा में वर्ष 2016 से ही एक शादीशुदा महिला को पत्नी बनाकर रखे हुये है. जब वह पता करते हुए अपने परिवार के लोगों के साथ चिनिया अस्पताल तक गयी, तो पता चला कि उसके पति ने नाम बदलकर अशोक कुमार रख लिया है और चिनिया अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र में लैब तकनीशियन के पद नौकरी कर रहा है.
इसके बाद सविता ने गढ़वा उपायुक्त को आवेदन देकर इसकी जांच करने और उसके पति को नौकरी से बर्खास्त कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. आवेदन के साथ सबिता देवी ने साक्ष्य के रूप में नरेंद्र प्रसाद सुधाकर के नाम से उसका सारी शैक्षणिक प्रमाण पत्र एवं परिवार के साथ विभिन्न प्रकार की तसवीर भी सौंपी है.
पति को पकड़कर घर लाये लेकिन फिर भाग गया
इस संबंध में सबिता देवी ने प्रभात खबर को जानकारी देते हुए बताया कि उन लोगों ने जब वहां पति को जालसाजी कर नौकरी करने और एक शादीशुदा महिला को अपनी पत्नी बनाने के विषय में जानकारी मिली, तो उन्होंने उसे पकड़कर घर वापस लाया. लेकिन उसने घर आने के बाद उसके तथा उसके बच्चों के साथ बुरी तरह मारपीट की और कुछ दिनों के बाद ही फिर वहां से भाग गया.
इसके बाद जब भी वह फोन पर संपर्क करने का प्रयास करती हैं, उसका पति उसके साथ बुरी तरह से गाली-गलौज किया करता है. उसे अपने बच्चों के विषय में भी कोई चिंता नहीं हैं. जबकि तीन बच्चों में एक सबसे बड़ी बच्ची की वह मात्र शादी कर पायी है. अभी भी उसके एक 28 साल और एक 25 साल के बच्चे हैं. विवश होकर उन्होंने गढ़वा उपायुक्त से न्याय के लिये आवेदन दिया है.
मैंने नाम नहीं बदला है : अशोक कुमार
इस संबंध में आरोपित पति से पूछे जाने पर उसने दावा किया कि उसका नाम अशोक कुमार है. उसने कोई फर्जी नाम नहीं रखा है. उसने किसी शादीशुदा महिला को पत्नी बनाने की बात से भी इनकार किया. यद्यपि उसने इस बात को स्वीकार किया कि सबिता देवी उसकी पत्नी है. लेकिन जब पूछा गया कि सबिता देवी ने उसके खिलाफ गढ़वा डीसी को आवेदन दिया है और उसपर फर्जी नाम से नौकरी करने का आरोप लगाया है, उसने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि वे अशोक कुमार के नाम से अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र चिनिया में लैब तकनीशियन हैं, जो फिलहाल मेराल कोविड अस्पताल में प्रतिनियुक्त किये गये हैं.
यह कुटुंब न्यायालय का मामला है : डीसी
इस संबंध में पूछे जाने पर गढ़वा के उपायुक्त हर्ष मंगला ने कहा कि दरअसल पति-पत्नी का यह मामला कुटुंब न्यायालय का है. लेकिन जहां तक नाम बदलकर नौकरी करने के आरोप की बात है तो इसकी वे गढ़वा सिविल सर्जन से जांच करायेंगे. जांचोपरांत आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
Posted By: Amlesh Nandan Sinha.