झालसा रांची के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश शरण सिंह एवं सचिव रवि चौधरी के निर्देश पर सोमवार को सदर अस्पताल में नशा मुक्त अभियान चलाकर 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे को नशीले पदार्थ के सेवन से दूर रहने को कहा गया. ड्रग्स व्यापार एवं रोकथाम की जानकारी देते हुए पीएलवी, मुरली श्याम तिवारी के द्वारा भांग, अफीम, शराब, गुटका, चरस, हड़िया एवं अन्य नशीले पदार्थ के सेवन से बच्चों को दूर रखने के लिए उनके माता-पिता एवं संरक्षक को सलाह दी गयी. सदर अस्पताल गढ़वा के डॉ टी पीयूष ने नशा कर रहे बच्चों तथा उनके माता-पिता की स्थिति के बारे बताया. साथ ही स्थायी लोक अदालत के सदस्य आरके त्रिपाठी ने नशा उन्मूलन एवं उसके दुष्प्रभाव तथा कानूनी बिंदुओ की जानकारी दी गयी. पीएलवी कृष्णानंद दुबे ने मंच संचालन करते हुए नशीले लत से मुक्ति के लिए नशा मुक्ति केंद्र या मेडिकल ट्रीटमेंट की आवश्यकता वाले बच्चों को कानूनी रूप से सहायता के लिए सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार गढ़वा को पीएलवी के माध्यम से सूचना उपलब्ध कराने की बात बतायी. साथ ही निःशुल्क कानूनी सहायता दिलाने के लिए हर संभव मदद पहुंचाने की बात कही गयी. लोगों से आह्वान किया गया कि आप सभी को कहीं भी इस तरह के बच्चे मिलते हैं, तो इसकी जानकारी पीएलबी के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकार गढ़वा को दी जाये. ताकि उन्हें सुरक्षा एवं संरक्षण प्रदान किया जा सके. सदर अस्पताल के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने नशा उन्मूलन की रोकथाम के बारे में बताया. अधिवक्ता राहुल ऋषि ने नशा पीड़ित बच्चों को नशा छुड़ाने के लिए अपना विचार व्यक्त किया. जनक विकास धारा के सचिव रामाशंकर चौबे ने गीत के माध्यम से नशा उन्मूलन पर कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन किया गया. इस अवसर पर डॉ विकास कुमार, पीएलबी उमाशंकर द्विवेदी एवं संगीता सिन्हा उपस्थित थे.
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