वर्ष भर पहले बना कोल्ड स्टोरेज, अब तक शुरू नह
वर्ष भर पहले बना कोल्ड स्टोरेज, अब तक शुरू नहीं
डंडई. डंडई प्रखंड कार्यालय परिसर में 30 एमटी कोल्ड स्टोरेज भवन बनकर तैयार है, किसान अब इस स्टोरेज के उद्घाटन की बाट जोह रहे हैं, ताकि वे सब्जियों सहित अपने अन्य उत्पाद कोल्ड स्टोरेज में रखेें और कीमत में वृद्धि होने पर बिक्री कर मुनाफा पा सकें. साथ ही हरी सब्जियों को सड़ने और बर्बाद होने से बचा सकें. गौरतलब है कि करीब दो वर्ष पूर्व तत्कालीन विधायक भानु प्रताप शाही नेे कोल्ड स्टोरेज भवन का शिलान्यास किया गया था. वहीं 30 टन क्षमता का कोल्ड स्टोरेज वर्ष भर पहले बनकर तैयार है. वहीं इसमें विभिन्न उपकरण भी लगा दिये गये हैं, लेकिन कोल्ड स्टोरेज का संचालन शुरू नहीं हो रहा है. इससे किसान काफी चिंतित हैं. उनका कहना है कि इन दिनों टमाटर, फूलगोभी, पत्ता गोभी, गाजर सहित अन्य सब्जियां उन्हें सस्ती दरों पर बेचना पड़ रहा है. इससे उन्हें काफी नुकसान हो रहा है. कोल्ड स्टोरेज शुरू हो जाता, तो वे सब्जियों को कोल्ड स्टोरेज में रख सकते थे. किसानों ने कहा कि संबंधित विभाग के पदाधिकारी की घोर उदासीनता के कारण वर्ष भर पहले बनकर तैयार हुआ कोल्ड स्टोरेज का उद्घाटन नहीं हो रहा है. बोले किसान, कोल्ड स्टोरज होता, तो उन्हें नुकसान नहीं होता सोनेहरा के किसान रामा मेहता का कहना है कि वे लोग सब्जियों की खेती बड़ी लगन और मेहनत से करते हैं, पर इसका सही लाभ नहीं मिल पाता. यदि कोल्ड स्टोरेज संचालित होता, तो सब्जियों को औने-पौने दामों में नहीं बेचना पड़ता. डंडई निवासी किसान विवेकानंद कुशवाहा ने कहा कि सब्जियों की कीमत इतनी कम हो गयी है कि पशुओं के चारा की कीमत भी नहीं मिल पा रही है. इसकी वजह से हरी भरी सब्जियां पशुओं को खिलानी पड़ रही है. हैंड ओवर की बात चल रही है : इस संबंध में जिला सहकारिता पदाधिकारी नीलम कुमारी ने बताया कि कोल्ड स्टोरेज बनकर तैयार है. इसके हैंड ओवर की बात चल रही है. जल्द ही किसानों को कोल्ड स्टोरेज का लाभ मिलेगा. हैंड ओवर कर दिया गया है : इधर कोल्ड स्टोरेज के संवेदक परमा पांडेय ने कहा कि जिला सहकारिता विभाग को उक्त कोल्ड स्टोरेज का निर्माण कार्य पूर्ण करके हैंड ओवर कर दिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है