Coronavirus Lockdown: बेंगलुरु के सड़क पर उतरे गढ़वा के सैकड़ों मजदूर
लॉकडाउन के दौरान बेंगलुरु के हेबल थाना क्षेत्र के एलएनटी कंपनी में फंसे गढ़वा जिले के 150 मजदूरों के सब्र का बांध टूट गया. अंततः मजदूरों ने शनिवार की रात कंपनी से निकलकर पैदल ही अपने घर पहुंचने की ठान ली. रात में अचानक सड़क पर भीड़ की सूचना के बाद बेंगलुरु के हेबल थाना की पुलिस ने उन्हें वाहनों से घर भेजने की बात कहकर रात में ही थाना ले आयी.
गढ़वा : लॉकडाउन के दौरान बेंगलुरु के हेबल थाना क्षेत्र के एलएनटी कंपनी में फंसे गढ़वा जिले के 150 मजदूरों के सब्र का बांध टूट गया. अंततः मजदूरों ने शनिवार की रात कंपनी से निकलकर पैदल ही अपने घर पहुंचने की ठान ली. रात में अचानक सड़क पर भीड़ की सूचना के बाद बेंगलुरु के हेबल थाना की पुलिस ने उन्हें वाहनों से घर भेजने की बात कहकर रात में ही थाना ले आयी.
वहीं, मजदूरों के लिए भोजन की व्यवस्था करायी गयी. जानकारी देते हुये गढ़वा जिले के रंका, रमकंडा, चिनिया, गढ़वा सहित अन्य प्रखंडों के मजदूर सहित राकेश कुमार, चंदन विश्वकर्मा, आकाश यादव, छोटू यादव, उमेश विश्वकर्मा, हरि चौधरी, अरविंद गुप्ता आदि ने बताया कि कंपनी में काम बंद होने के बाद उनकी स्थिति काफी खराब होने लगी थी. आर्थिक तंगी के कारण एक तरफ घर पहुंचने की उम्मीद तो दूसरी तरफ भोजन को लेकर काफी परेशानी होने लगी थी.
बताया कि प्रवासी मजदूरों के लिए झारखंड सरकार द्वारा जारी किये वेबसाइट सहित टोल फ्री नंबर पर भी फोन करके मदद मांगी, लेकिन महीनों गुजरने के बाद भी उन्हें मदद नहीं मिल सकी तो उन्होंने पैदल ही घर लौटने की ठान ली. मजदूरों ने बताया कि फिलहाल थाना द्वारा वाहन से उन्हें भेजने की बात कही जा रही है. वे सभी जल्द ही घर पहुंचने की उम्मीद लगाये हुए हैं.