रंका प्रखंड के सिंजो के ग्रामीणों ने अंचल पदाधिकारी शिव पूजन तिवारी को ज्ञापन देकर अन्नराज डैम के बाढ़ के पानी में डूब गये धान सहित अन्य फसलों की क्षतिपूर्ति की मांग की है. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दिनों हुई भारी बारिश से अन्नराज डैम का पानी सिंजो गांव में फैल गया था. इससे ग्रामीणों के 2000 एकड़ खेत में लगी धान, मकई, अरहर, तील, उरद व मड़ुआ की फसल पानी में डूब कर बर्बाद हो गयी. ग्रामीणों ने कहा कि सिंजो गांव अन्नराज डैम के डूब क्षेत्र में पड़ता है. डैम में पानी भर जाने से गांव में तबाही के हालात थे. अभी भी किसानों की फसल पानी में डूबी हुई है. किसानों ने कहा कि उन्होंने कर्ज लेकर खेती की थी. लेकिन भारी बारिश से सब बर्बाद हो गया. अब उनके समक्ष भुखमरी का खतरा मंडराने लगा है. इस संबंध में अंचलाधिकारी शिव पूजन तिवारी ने कहा कि डूबी फसलों की जांच कर उचित मुआवजा दिया जा सकता है. उल्लेखनीय है कि सिंजो गांव में आदिम जनजाति से संबद्ध कोरवा व परहिया तथा यादव जाति के लोग निवास करते हैं. उनका मुख्य पेशा कृषि है. ग्रामीणों ने कहा कि वे लोग गांव में फैले पानी में नाव के सहारे पार होकर प्रखंड कार्यालय पहुंचे हैं. मुआवजा की मांग करने वालों में सुरेश प्रसाद यादव, देवकुमार यादव, योगेंद्र यादव, विकास यादव, भोला यादव, संतोष कोरवा, रामप्यारी कोरवा, संजीव कोरवा, सोमारु कोरवा, रामअवतार कोरवा व अन्य किसान शामिल हैं. जिन किसानों की फसल डूबी : देव कुमार यादव की नौ एकड़ में धान, राजेंद्र यादव के दो एकड़ में धान, भजन यादव के तीन एकड़ में धान व दो एकड़ में तील, धनेश्वर यादव के दो एकड़ में धान व दो एकड़ में मकई, रामजी यादव के तीन एकड़ मेंं धान व एक एकड़ में मकई, चिंता देवी की दो एकड़ में धान व चार एकड़ में मकई, भोला यादव के चार एकड़ में धान व दो एकड़ मेंं मकई, संतोष कोरवा के दो एकड़ में धान, सोमारु कोरवा के तीन एकड़ में धान, बलवंत यादव के 10 एकड़ में धान, पूनम कुमारी के 10 एकड़ में धान सहित कुल 70 किसानों के करीब 2000 एकड़ में लगी धान, मकई, तील, उरद, मड़ुआ की फसल पानी में डूब गयी है.
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