सीआरपीएफ के लोग बूढ़ा पहाड़ व आसपास के बच्चों को दे रहे शिक्षा

सीआरपीएफ के लोग बूढ़ा पहाड़ व आसपास के बच्चों को दे रहे शिक्षा

By Prabhat Khabar News Desk | April 7, 2024 8:26 PM

विगत वर्ष नक्सलियों का लंबे समय से प्रभाव क्षेत्र रहा गढ़वा जिले का भंडरिया थाना के बड़गड़ प्रखंड का बूढ़ा पहाड़ गांव नक्सली मुक्त होने के बाद से यहां जिला प्रशासन एवं सीआरपीएफ 172 बटालियन के सहयोग से विकास कार्य जारी है. सीआरपीएफ 172 बटालियन के कमांडेंट नृपेंद्र कुमार सिंह के मार्गदर्शन में बूढ़ा पहाड़ से लगे बूढ़ा गांव, थलिया, झालूडेरा व पुनदाग गांव के बच्चों के लिए बूढ़ा पहाड़ सीआरपीएफ कैंप परिसर में अस्थायी स्कूल संचालित किया जा रहा है. इसका लाभ यहां के आदिम जनजातीय बच्चों सहित अन्य गरीब परिवार के बच्चे भी उठा रहे हैं. सीआरपीएफ द्वारा चलाए जा रहे निशुल्क पाठशाला में उपरोक्त गांव के लगभग 70 से 80 बच्चे प्रतिदिन शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. उक्त पाठशाला में सीआरपीएफ के मेजर दिवाकर सिंह के अलावा अन्य जवान भी बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधि जैसे खेलकूद, योग स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के अलावा आज के विकसित भारत का डिजिटल दुनिया से भी अवगत करा रहे हैं. बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र के बच्चे आज सीआरपीएफ के सहयोग से कंप्यूटर, मोबाइल के माध्यम से देश दुनिया में हो रहे विभिन्न गतिविधियों से अवगत हो रहे हैं. वे हिंदी एवं अंग्रेजी बोलने एवं लिखने में निपुण हो रहें हैं.

सहायक कमांडेंट हर्ष गौतम मस्के एवं अमरेंद्र कुमार सिंह के अनुसार यहां पढ़ने वाले सभी बच्चों को भोजन के साथ-साथ ड्रेस एवं पढ़ाई की सभी सामग्री निशुल्क उपलब्ध करायी गयी है. बूढ़ा पहाड़ को विगत वर्ष नक्सलियों के कब्जे से मुक्त कराने के बाद सीआरपीएफ कैंप स्थापित होने पर यहां चल रहे निर्माण कार्य में यहां के ग्रामीण महिला व पुरुष काम करते थे. तब उनके बच्चे कैंप परिसर में इधर-उधर खेलते-कूदते रहते थे. यह देख कमांडेंट नृपेंद्र कुमार सिंह से इन बच्चों को शिक्षित बनाने को लेकर मार्गदर्शन मिला.

डीसी एवं एसपी ने की सराहना : मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को लेकर शनिवार को बूढ़ा पहाड़ पहुंचे जिले के उपायुक्त शेखर जमुआर एवं पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय सीआरपीएफ द्वारा संचालित स्कूल को बच्चों से मिल कर उनकी शैक्षणिक गतिविधियों से अवगत हुए. दोनों पदाधिकारियों ने सीआरपीएफ के इस पहल की सराहना करते हुए पाठशाला में पढ़ने वाले बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की.

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