चार साल की बच्ची को सीडब्ल्यूसी ने माता-पिता से मिलाया
चार साल की बच्ची को सीडब्ल्यूसी ने माता-पिता से मिलाया
गढ़वा. बाल कल्याण समिति गढ़वा ने बुधवार को करीब दो महीने से गुम चार साल की बच्ची को उसके माता-पिता से मिला दिया. चेयरमैन प्रणव कुमार, सदस्य मनोज कुमार दूबे, मुकेश सिंह, राजीव रंजन तिवारी, रेणु कुमारी, बाल संरक्षण अधिकारी संजय ठाकुर व लिलावती कुमारी ने बच्ची को उसके माता-पिता के सुपुर्द किया. उसके पिता मेराल के कोलोदोहर पंचायत-तिसरटेटूका निवासी तेतर भुईंया वहां पहुंचे थे. चेयरमैन प्रवण कुमार ने बताया कि चार साल की बच्ची गत 10 अक्तूबर को गढ़वा बस स्टैंड में अपने माता-पिता से बिछड़ गयी थी. उसके माता-पिता कोसियारा में ईंट भट्ठे पर काम करने जा रहे थे. इसी दौरान यह बच्ची अपने माता-पिता से बिछड़ गयी. इसके बाद एक अज्ञात व्यक्ति ने उसे अपने साथ ले जाकर मझिआंव के एक होटल में छोड़ दिया. वहां के कुछ लोगों ने मझिआंव पुलिस को इसकी सूचना दी. सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने उस बच्ची को अपने कब्जे में लेकर उसे सीडब्ल्यूसी कार्यालय के सुपुर्द किया. वहां से बच्ची को बालिका गृह रांची भेज दिया गया. कुछ भी बताने में असमर्थ थी बच्ची : चेयरमैन प्रणव कुमार ने बताया कि बच्ची के छोटी होने की वजह से वह अपने माता-पिता के बारे में कुछ भी बताने में असमर्थ थी. इस वजह से उसके अभिभावकों का पता नहीं चल पा रहा था. इनकी खोज के लिए मझिआंव के सभी ईंट भट्ठा सहित अन्य संभावित स्थल पर उसकी तसवीर के साथ पता लगाने का प्रयास किया गया. इस कार्य में लोहरदगा ग्राम स्वराज संस्था, चाइल्ड हेल्प लाइन एवं बाल संरक्षण अधिकारियों ने काफी मेहनत की. दो महीने के प्रयास के बाद बच्ची के माता-पिता का पता चल सका. इसके बाद बच्ची को रांची बालिका गृह से लाकर बुधवार को उसके माता-पिता से मिलवाया गया और सभी कागजी औपचारिकता पूरी कर उसे सौंप दिया गया. माता-पिता काफी गरीब हैं : उन्होंने बताया कि बच्ची के माता-पिता काफी गरीब हैं. वह ईंट भट्ठे में मजदूर के रूप में काम करते हैं. इसलिए बच्ची को पुनर्वासित करने के लिए आवास, राशन कार्ड व आंगनबाड़ी की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए संबंधित विभाग से पत्राचार किया जायेगा.
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