स्थानीय जीएन कॉन्वेंट स्कूल में राज्य के स्वास्थ्य विभाग के निर्देश एवं मार्गदर्शन के आलोक में सेमिनार का आयोजन किया गया. इसमें विद्यार्थियों को डेंगू एवं चिकनगुनिया बीमारी के फैलने, रोकथाम एवं उपचार जैसे विषयों पर जानकारी दी गयी. निदेशक मदन केशरी ने कहा कि वर्षा ऋतु के दौरान जल जनित बीमारी के साथ-साथ डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के फैलने की आशंका रहती है. इसलिए इस दौरान सावधानी बरतने की जरूरत है. हमें अपने घर एवं आस-पास मच्छरों का प्रजनन रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए. डेंगू-चिकनगुनिया मच्छर साफ पानी में पनपते हैं. इसलिए पानी के बर्तन एवं घर के पानी टंकी को ढक कर रखना चाहिए. घर के आसपास साफ-सफाई रखें. मच्छरदानी के अंदर ही सोये क्योंकि एडिस मच्छर दिन में ही काटते हैं इसलिए पूरे शरीर को ढकने वाले वस्त्र धारण करें. डेंगू -चिकनगुनिया बुखार के उपचार के लिए कोई विशेष दवा नहीं है. यदि इसके लक्षण दिखाई दें, तो चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें. घर के खिड़कियों एवं दरवाजों पर जाली लगवायें. इस अवसर पर सीनियर वर्ग के छात्र- छात्राओं ने भी अपने सुझाव दिये.
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