गढ़वा. जिला विधिक सेवा प्राधिकार गढ़वा के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर गढ़वा प्रखंड के उत्क्रमित उवि सोह में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. नालसा नयी दिल्ली एवं झालसा रांची के निर्देश पर आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक पुष्पेंद्र कुमार रजक ने की. कार्यक्रम में मेराल थाना के पीएलबी रामाशंकर चौबे, रंका के पीएलबी केन दुबे और गढ़वा थाना के पीएलबी रविंद्र यादव मुख्य रूप से उपस्थित थे. रामाशंकर चौबे ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस की शुरुआत तीन दिसंबर 1992 को संयुक्त राष्ट्र संघ के द्वारा की गयी थी. आज के दिन दिव्यांगों को मानसिक व सामाजिक रूप से सहयोग करने की जरूरत है. योजनाओं का लाभ लें : श्री चौबे ने कहा कि दिव्यांगों के लिए सरकार कई कार्यक्रम चला रही है. इनमें विवेकानंद छात्रवृत्ति योजना व निशक्तता प्रमाण पत्र बनाने सहित अन्य कार्यक्रम शामिल है. दिव्यांगों को इनका लाभ भी मिल रहा है. उन्होंने कहा कि निशक्तता कोई अभिशाप नहीं है. उन्हें समाज के मुख्य धारा में आगे लाने की जरूरत है, ताकि पूरे समाज का विकास हो सके. दिव्यांगों को सहयोग करना हमारा कर्तव्य : पीएलबी रविंद्र यादव ने कहा कि हम सबका कर्तव्य है कि दिव्यांग लोगों को अधिक से अधिक सहयोग प्रदान करें. यह प्रयास भी करना चाहिए कि उन्हें सरकारी योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सरकारी नौकरी में दिव्यांग लोगों के लिए आरक्षण की व्यवस्था की गयी है. लेकिन इसका लाभ वे शिक्षित होकर और जागरूक होकर ही उठा सकते हैं. सदर अस्पताल में शुक्रवार को बनता है प्रमाणपत्र : श्री यादव ने बताया कि गढ़वा सदर अस्पताल में प्रत्येक शुक्रवार को दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाया जाता है. जिस टोला एवं गांव के निशक्त व्यक्ति का प्रमाण पत्र नहीं बन पाया है, वे सदर अस्पताल में जाकर अपना प्रमाण पत्र बनवा लें, ताकि सरकार की योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सके. प्रधानाध्यापक पुष्पेंद्र कुमार रजक ने इस जागरूकता कार्यक्रम की सराहना की. उपस्थित लोग : इस अवसर पर शिक्षिका अमृता पाठक, गायत्री तिवारी, रवि रंजन सिंह, नरगिस खातून, अभय त्रिपाठी, अजीत कुमार व राजन कुमार समेत 10वीं के विद्यार्थी उपस्थित थे.
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