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चिकित्सक को पता नहीं, उनके नाम पर हो गया अस्पताल का निबंधन

फर्जी तरीके से बोर्ड पर चिकित्सकों का नाम लिखवा कर निजी अस्पताल संचालित करने का मामला प्रकाश में आया है़ खरौंधी मुख्य बाजार स्थित आयुष्मान भारत से मरीजों का इलाज कराने का बैनर कादरी अस्पताल में लगाया गया है. यहां एमबीबीएस व एमएस चिकित्सक के नाम का इस्तेमाल कर अस्पताल चलाया जा रहा है़

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2020 6:23 AM

श्रीबंशीधर नगर : फर्जी तरीके से बोर्ड पर चिकित्सकों का नाम लिखवा कर निजी अस्पताल संचालित करने का मामला प्रकाश में आया है़ खरौंधी मुख्य बाजार स्थित आयुष्मान भारत से मरीजों का इलाज कराने का बैनर कादरी अस्पताल में लगाया गया है. यहां एमबीबीएस व एमएस चिकित्सक के नाम का इस्तेमाल कर अस्पताल चलाया जा रहा है़ वास्तविक स्थिति में वह चिकित्सक इस अस्पताल को जानते भी नहीं है़ं कादरी अस्पताल के फर्जी चिकित्सक के नाम पर निबंधन भी करा लिया गया है़ इस अस्पताल में काफी दिनों से मरीज का इलाज भी हो रहा है. कादरी अस्पताल में वाराणसी के चिकित्सक डॉ अशोक कुमार लाल का नाम अंकित है.

उन्हीं के नाम से इसका निबंधन भी कराया गया है़ इस संबंध में चिकित्सक अशोक कुमार लाल से जब दूरभाष पर संपर्क कर कादरी निजी अस्पताल में सेवा देने की बात पूछी गयी, तो उन्होंने कहा कि वह किसी भी कादरी अस्पताल को नहीं जानते है़ं इस अस्पताल से उनका कोई लेना-देना भी नहीं है़ उन्होंने कहा कि अस्पताल संचालक ने फर्जीवाड़ा कर वाराणसी के किसी अन्य अस्पताल से उनका कागजात उपलब्ध कराया होगा. उसके आधार पर निबंधन करा लिया गया होगा. उन्होंने कहा कि उन्हें इस तरह के फर्जीवाड़े की जानकारी नहीं थी. अब वह इस अस्पताल संचालक के खिलाफ कार्रवाई करेंगे़

अस्पताल में निबंधन करानेवाले चिकित्सक का रहना आवश्यक नहीं है – अस्पताल संचालक : कादरी अस्पताल के संचालक मो कादरी अंसारी से जब अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सक डॉ अशोक कुमार लाल की सेवा के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कुछ भी बताने से मना कर दिया़ उन्होंने कहा कि उन्हें डॉ अशोक कुमार लाल भले ही नहीं जानते हैं, लेकिन वह उन्हें जानते है़ं उन्होंने कहा कि अस्पताल में निबंधन करानेवाले चिकित्सक का रहना आवश्यक नहीं है़

शिकायत कराने के बाद होगी कार्रवाई – सिविल सर्जन : सिविल सर्जन डॉ एनके रजक ने कहा कि यह मामला उनकी जानकारी में नहीं है़ यदि किसी चिकित्सक के नाम पर निजी अस्पताल को चलाया जा रहा है, तो संबंधित चिकित्सक को उनके पास शिकायत दर्ज करानी चाहिए. वह कार्रवाई जरूर करेंगे़

Post by : Pritish Sahay

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