प्रखंड क्षेत्र के पंचायत एवं गांव खरौंधा निवासी कई पशुपालकों की दर्जनों मवेशियों की मौत गत 24 घंटे के दौरान हो गयी. अभी भी कई पशु बीमार हैं. स्थानीय पशु चिकित्सक डॉ बलराम शर्मा ने कहा कि बीमार पशु को 106-107 डिग्री बुखार तथा पूरे शरीर में सूजन हो जाता है. इसके बाद उसकी मौत हो जाती है. पशुओं की मौत के कारण पशुपालकों को लाखों का नुकसान हो गया है. इसके साथ ही उनके समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गयी है. ये पशुपालक दूध एवं दही, घी व खोआ बेचकर परिवार चलाते थे. मिली जानकारी के अनुसार जगदीश यादव की तीन दुधारू भैंस एवं एक गाय मरी है. जबकि अवधेश यादव के सात पशुओं की मृत्यु हो गयी है. इनमें चार दुधारू भैंस एवं तीन काड़ा (भैंस का बच्चा) शामिल है. इसी तरह लालमणि यादव की भी दो भैंस मरी है. कुछ अन्य पशुपालकों के भी पशुओं के मरने की सूचना है. इन मवेशियों की कीमत करीब 10 लाख रु बतायी जाती है. इसकी सूचना दिये जाने के बाद मझिआंव स्थित प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय के डॉ दिनेश कुमार खरौंधा पंचायत भवन के समीप मृत पशुओं का पोस्टमार्टम कर रहे थे. पोस्टमार्टम कर जांच के लिए सैंपल ले जाया गया है. रिपोर्ट आने के बाद ही पशुओं की मृत्यु का सही कारण बताया जा सकता है.
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