Durga Puja Violence: मूर्ति विसर्जन को लेकर गढ़वा में थमा बवाल, देर रात प्रशासन की देख-रेख में निकाला गया जुलुस
गढ़वा में पूजा समिति को जिस रास्ते से मूर्ति ले जाने की अनुमति दी गई थी. उस रास्ते से मूर्ति ले जाने को लेकर एक विशेष समुदाय को आपत्ति थी जिसके बाद पुलिस ने विवादित सड़क पर निषेधागया लगा दी थी.
Durga Puja Violence, मुकेश तिवारी(गढ़वा) : झारखण्ड के गढ़वा जिले में मूर्ति विसर्जन को लेकर हुआ बवाल अब थम गया है. भंडरिया प्रखंड के मदगड़ी में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन को लेकर रास्ते का विवाद समाप्त हो गया है. पुलिस कि ओर से लाठीचार्ज के बाद उग्र भीड़ की ओर से पथराव की घटना में एएसपी राहुल देव बड़ाइक के चोटिल होने और आंसू गैस छोड़ने के साथ ही हवाई फायरिंग की घटना के बाद रविवार की देर शाम तक माहौल तनावपूर्ण बना रहा.
डीसी, एसपी की देख-रेख में हुआ मूर्ति विसर्जन
इसी बीच देर शाम करीब 8 बजे गढ़वा उपायुक्त शेखर जमुआर, एसपी दीपक कुमार पांडेय, रंका एसडीएम रुद्र प्रताप, विधायक आलोक कुमार चोरसिया सहित अन्य वरीय पदाधिकारी मदगड़ी गांव के पूजा पंडाल पहुंचे. जहां पूजा समिति व विशेष समुदाय के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई. इस दौरान दोनों पक्षो की ओर विवादित सड़क से प्रतिमा का विसर्जन किये जाने की सहमति बनी. सहमति के बाद डीसी, एसपी व पुकिसकर्मियों के साथ विवादित रास्ते पर मां दुर्गा की प्रतिमा का नगर भर्मन कराया गया. जहां रात एक बजे कनहर नदी में माता रानी की प्रतिमा को विसर्जित किया गया.
विजयादशमी के दिन विवादित रास्ते को लेकर हुआ था बवाल
आपको बताते चले कि शनिवार की दोपहर करीब 3 बजे विवादित रास्ते पर प्रतिमा विसर्जन को लेकर ग्रामीणों और पुलिस में झड़प हो गई है. जिसके बाद पुलिस ने लाठी चार्ज के अलावे आंसू गैस के गोले दागे थे. वहीं ग्रामीणो द्वारा फायरिंग किये जाने की बात कही गयी. इस घटना में एक युवक के घायल होने के साथ ही एएसपी राहुल देव बड़ाइक, रंका डीएसपी रोहित रंजन व कई महिला पुरुष चोटिल हुए थे. आपको बता दें विवादित रास्ते पर प्रतिमा विसर्जन को लेकर पूरे दशहरा भर माहौल तनावपूर्ण रहा. थाना में चार बार दोनों समुदाय की ओर से इसका समाधान न होने पर प्रशासन ने विवादित सड़क पर निषेधाज्ञा लगा दी थी.