Durga Puja Violence: गढ़वा में मां दुर्गा के विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में बीजेपी नेता समेत 52 लोगों पर केस दर्ज
मां दुर्गा के प्रतिमा विसर्जन को लेकर गढ़वा में आगजनी और तोड़फोड़ हुई थी. इस दौरान पुलिस के अधिकारी भी घायल हो गए थे. अब पुलिस ने एक्शन लेते हुए बीजेपी के जिलाध्यक्ष समेत 52 लोगों पर केस दर्ज किया है.
Durga Puja Violence, संतोष वर्मा (भंडरिया) : पिछले रविवार को भंडरिया प्रखंड के मदगड़ी में मां दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन को लेकर रविवार को हुए पुलिस पर पथराव, वाहनों में तोड़फोड़, आगजनी सहित माहौल खराब के मामले में संगीन धाराओं में 52 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है. यह प्राथमिकी दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त कनीय अभियंता धर्मेंद्र कुमार यादव की शिकायत पर भंडरिया थाने में कांड संख्या 85/24 के तहत दर्ज की गयी है.
बीजेपी के जिलाध्यक्ष समेत 52 दर्ज की नामजद प्राथमिकी
बीजेपी जिलाध्यक्ष ठाकुर प्रसाद महतो, पूजा समिति के लाइसेंसी अध्यक्ष रामचंद्र महतो, समिति के वर्तमान अध्यक्ष विनोद कुमार गुप्ता, सचिव लव यादव, कोषाध्यक्ष मनोज कुशवाहा, संजय कुशवाहा, जीप सदस्य हिरवंती देवी, भाजपा नेता बबलू सिन्हा व नितेश वर्मा के नाम शामिल है. इन पर साम्प्रदायिक रूप देने के लिये भड़काऊ बयानबाजी करने का आरोप है.
क्या है मामला ?
उलेखनीय है कि विवादित रास्ते पर निषेधाज्ञा लागू होने के बाद रविवार को विवादित रास्ते पर बैरिकेटिंग तोड़ने के प्रयास के बाद डीएसपी सहित पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज की थी. जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए. इस लाठीचार्ज की घटना से उग्र भीड़ पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की. जिसमें पुलिस को पीछे हटना पड़ा. वहीं भीड़ ने पुलिस की दो वाहनों को क्षतिग्रस्त कर पलट दिया था. वहीं बैरिकेटिंग सहित पुलिसकर्मियों के छोड़े गये बॉडी प्रोटेक्टर, हेलमेट सहित बैरिककेटिंग में आग लगायी गयी थी.
पत्थरबाजी में पुलिस अधिकारी हुए घायल
इस पूरे घटनाक्रम में के बाद उग्र भीड़ की ओर से पथराव की घटना में एएसपी राहुल देव बड़ाइक के चोटिल होने और आंसू गैस छोड़ने के साथ ही हवाई फायरिंग की घटना के बाद रविवार की देर शाम तक माहौल तनावपूर्ण बना रहा. इसी बीच देर शाम करीब आठ बजे गढ़वा उपायुक्त शेखर जमुआर, एसपी दीपक कुमार पांडेय, विधायक आलोक चौरसिया, रंका एसडीएम रुद्र प्रताप सहित अन्य वरीय पदाधिकारी मदगड़ी गांव के पूजा पंडाल पहुंच पहुंचे. जहां पूजा समिति व विशेष समुदाय के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता हुई. इस दौरान दोनों पक्षो की ओर विवादित सड़क से प्रतिमा का विसर्जन किये जाने की सहमति बनी. सहमति के बाद डीसी, एसपी व पुलिसकर्मियों के साथ विवादित रास्ते के अलावे अन्य रास्तों पर मां दुर्गा की प्रतिमा का नगर भ्रमण कराया गया. वहीं रात एक बजे कनहर नदी में माता रानी की प्रतिमा को विसर्जित किया गया.
इन पर भी हथियार लेकर हमला करने का आरोप
दंडाधिकारी की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में उपरोक्त नौ लोगों के भड़काऊ भाषण से प्रेरित होकर इनके साथ मिलकर नामजद 43 लोगों पर सुनियोजित तरीके से षडयंत्र रचकर धार्मिक उन्माद फैलाने के लिये हथियार से लैस होकर पुलिस पर हमला करने, सरकारी संपत्ति का नुकसान सहित सरकारी कार्यों में बाधा पहुंचाने का आरोप है. इनमें मदगड़ी के सुनील यादव, बजरंग गुप्ता, महेंद्र प्रजापति, चंदन प्रजापति, अर्जुन प्रजापति, सतन महतो, रंजीत ठाकुर, धर्मेंद्र कुशवाहा, संजय गुप्ता, धीरज यादव, अकलू ठाकुर, नेपाल राम उर्फ इंद्रपाल राम, देवसागर दीक्षित, मनी प्रसाद गुप्ता, महेंद्र ठाकुर, चरकु महतो, संदीप गुप्ता, दिलीप प्रजापति,सुधीर गुप्ता, संजीत गुप्ता, मुकेश यादव के नाम शामिल है. इसी तरह कुरुन के अनिल केशरी, नौका के मदन केशरी, मंटू केशरी, विनय सिंह, कमलेश बैठा, बघवार के वीरेंद्र सिंह, कुंवर सिंह, लखन सिंह, बिसूत्री अध्यक्ष राजू नायक, भंडरिया के सुशील सिन्हा, बबलू सिन्हा, सत्यनारायण उर्फ भोला गुप्ता, सुमित गोस्वामी, मर्दा के बिरजू सिंह, गोल्डन केशरी, करचलि के अशोक गुप्ता, जोन्हीखांड़ के प्रेम ठाकुर, मुखिया पति इंद्रदेव सिंह, जनेवा के बजरंग यादव, बड़गड़ के वरुण केशरी, ओम कुमार व अरुण देव भगत सहित एक हजार अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
बॉडी प्रोटेक्टर, हेलमेट, बैरिककेटिंग जलाने का आरोप
दर्ज प्राथमिकी में पुलीसकर्मियों के सात बॉडी प्रोटेक्टर, 17 लाठी, पांच हेलमेट व छह बैरिककेटिंग को भी जला दिये जाने का उल्लेख है.