शिक्षक विद्यार्थियों के आदर्श बनने का करें प्रयास : राजेश शरण सिंह
शिक्षक विद्यार्थियों के आदर्श बनने का करें प्रयास : राजेश शरण सिंह
अखिल विश्व गायत्री परिवार ने पूर्णिमा के अवसर पर शिक्षक सम्मान सह भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया. स्थानीय बंधन मैरेज हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम का उदघाटन कर मुख्य अतिथि प्रधान जिला जज राजेश शरण सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों के जीवन में बहुत से शिक्षक आते हैं, लेकिन कुछ शिक्षक अपने आचरण से उनके आदर्श बन जाते हैं. विद्यार्थी उन शिक्षकों के पदचिह्नों पर चलने लगते हैं. सभी शिक्षकों का यह प्रयास होना चाहिए, उनका ऐसा आचरण हो कि वे अपने विद्यार्थियों के लिए आदर्श बन सकेंं. विद्यार्थियों को लगे कि शिक्षक ने मेरा जीवन बदल दिया. पीडीजे ने कहा कि परिवार में पहले गुरु की भूमिका मां निभाती है. मां अपने बच्चों को जैसी शिक्षा व संस्कार देगी, बच्चा वैसा ही बनेगा तथा वैसा ही व्यवहार करेगा. इसलिए मां को शिक्षित व सुसंस्कृत होना जरूरी है. उन्होंने कहा कि हम जैसा करते हैं, हमारे बच्चे भी उसी का अनुसरण करते हैं. हम यदि अपने मां-बाप का सम्मान नहीं करेंगे, तो बच्चे भी हमारा सम्मान नहीं करेंगे.
बच्चों में संघर्ष की आदत डालें : पीडीजे ने कहा कि मां-बाप को अपने बच्चों में संघर्ष करने की आदत डालनी चाहिए. उन्हें कभी यह अहसास नहीं कराना चाहिए कि उनके लिए उन्होंने सबकुछ अर्जित कर दिया है. अब उन्हें कुछ करने की जरूरत नहीं है. समारोह में गायत्री परिवार के मुख्य ट्रस्टी संजय सोनी ने स्वागत भाषण में कार्यक्रमों की रूपरेखा सहित भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के विषय में जानकारी दी. समारोह के दौरान बीएसकेडी की छात्राओं ने सामूहिक वंदना व नृत्य नाटिका प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया.इन्होंने भी किया संबोधित : समारोह में विशिष्ट अतिथि डॉ धर्मचंद लाल अग्रवाल, समाजसेवी विजय केसरी, कमलेश कुमार गुप्ता उर्फ पिंटू बाबू, प्रो उमेश सहाय, जीएन कॉन्वेंट स्कूल के निदेशक मदन प्रसाद केसरी, मिलेनियम पब्लिक स्कूल नगर उंटारी के मुमताज राही ने भी विचार व्यक्त किये. समारोह में ट्रस्टी अच्युतानंद तिवारी, जिला युवा समन्वयक वीरेंद्र सोनी व सुदेश्वर शर्मा ने गुरु वंदना व युग संगीत का गायन कर सबको मंत्रमुग्ध कर डाला. धन्यवाद ज्ञापन डॉ आलोक रंजन दूबे ने किया.
परीक्षा संचालनकर्ता भी हुए पुरस्कृत : समारोह में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा कराने में भूमिका निभानेवाले वीक्षकों व विद्यालय के निदेशकों को सम्मानित किया गया. इसमें मुख्य रूप से बीएसकेडी पब्लिक स्कूूल की रीना चंद्रवंशी, जूही दूबे, गायत्री परिवार के अखिलेश कुशवाहा, प्रभुदयाल प्रजापति, डॉ सुनील विश्वकर्मा, रंजीत केसरी, अनिल विश्वकर्मा, अनिता देवी व सुनंदा दूबे शामिल है.
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