गढ़वा के खरौंधी बीआरसी भवन से गायब मिले शिक्षा कर्मी, विद्यालय में शिक्षा स्तर गिर रहा है दिन प्रतिदिन
खरौंधी बाजार स्थित बीआरसी भवन में चपरासी से लेकर बीपीएम तक सोमवार को 11 बजे तक गायब मिले. खरौंधी बीआरसी में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीइइअो) राकेश कुमार के कार्यालय में ताला लटका मिला.
खरौंधी बाजार स्थित बीआरसी भवन में चपरासी से लेकर बीपीएम तक सोमवार को 11 बजे तक गायब मिले. खरौंधी बीआरसी में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी (बीइइअो) राकेश कुमार के कार्यालय में ताला लटका मिला. यद्यपि उनके पास दो अन्य प्रखंडों का भी प्रभार है. पर अकेले खरौंधी के प्रखंड शिक्षा प्रबंधक नवीन प्रकाश बीआरसी से हमेशा गायब रहते हैं. एमआइएस कोअॉर्डिनेटर अनुज कुमार, लेखापाल प्रदीप कुमार शुक्ला, एमडीएम अॉपरेटर सोनू कुमार चंद्रवंशी एवं चपरासी अजित राम भी बीआरसी से गायब थे.
इसके अलावे अन्य कर्मियों के भी हमेशा गायब रहने की शिकायत है. सिर्फ गुरू गोष्ठी की बैठक में ही सभी कर्मी उपस्थित रहते हैं. खरौंधी प्रखंड मे चार सीआरसी है. इसमें सीआरपी के अलावा दो बीआरपी भी कार्यरत है. पर सभी सीआरसी भवन में ताला लटका रहता है. संकुल संसाधन कर्मी (सीआरपी) अर्चना कुमारी अमरोरा संकुल देखती हैं. पर यहां के सीआरसी भवन में हमेशा ताला लटका रहता है. इसके अलावे दिनेश दूबे खरौंधी संकुल, सूधीर सिंह भलूही संकुल एवं उदय नारायण सिंह तोरेलावा संकुल के प्रभारी हैं.
इनकी देखरेख के लिए दो बीआरपी पंकज कुमार एवं राजेंद्र गुप्ता भी कार्यरत हैं. इसके बावजूद सीआरसी बंद मिलता है. वहीं सीआरपी एवं बीआरपी संकुल से गायब मिलते हैं. इनके गायब रहने के बावजूद खरौंधी प्रखंड के विद्यालयों की अॉनलाइन रिपोर्ट कैसे भेजी जाती है, यह समझ से परे है. जानकारों के अनुसार इनकी अनुपस्थिति के कारण ही विद्यालय में शिक्षा का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है. गरीब बच्चों का शिक्षा का स्तर ऊंचा हो, इसके लिए शिक्षा विभाग करोड़ों खर्च कर कई कार्यक्रम चला रहा है. इधर खरौंधी मे कई गैर जिम्मेदार शिक्षा कर्मियों की वजह से विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था मे सुधार नहीं हो पा रहा है.