थम गया चुनाव प्रचार, पलामू लोकसभा सीट के लिए मतदान कल
थम गया चुनाव प्रचार, पलामू लोकसभा सीट के लिए मतदान कल
पलामू लोकसभा चुनाव के लिए चल रहे प्रचार-प्रसार के दौरान अंतिम समय तक प्रत्याशियों ने ताकत लगायी. चिलचिलाती धूप व भीषण गर्मी की परवाह किये बगैर उन्होंने मतदाताओं तक पहुंचकर उन्हें अपने पक्ष में करने का प्रयास किया. अपने वादों से मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश की. पर मतदाताओं की चुप्पी व उनमें उत्साह की कमी से प्रत्याशी पशोपेश में हैं. अब देखने वाली बात होगी कि सोमवार को मतदान के दिन इसका क्या असर होता है. भाजपा सांसद विष्णु दयाल राम हैट्रिक लगाने में सफल रहेंगे या इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी ममता भुइयां का किस्मत खुलेगा अथवा बसपा प्रत्याशी पूर्व सांसद कामेश्वर बैठा को मतदाता एक बार पुन: अवसर देंगे. पुराने स्थानीय मुद्दे गायब रहे : इस बार चुनावी प्रचार-प्रसार के दौरान स्थानीय मुद्दे पूरी तरह गायब रहा. पहले हर लोकसभा चुनाव में सिंचाई, उद्योग व रोजगार से संबंधित मुद्दे सभी दलों के चुनावी सभाओं और विशेषकर चौपालों पर उठाये जाते थे. भवनाथपुर में उद्योग लगाने, सेल की बंद पड़ी चूना पत्थर व डोलोमाइट खदान तथा भंडरिया के कोयला खदानों को फिर चालू करने पर भी इस बार कोई चर्चा नहीं हुई. नेताओं की सभाओं अथवा स्थानीय स्तर पर सिर्फ राष्ट्रीय मुद्दों की चर्चा हुई. जहां राम मंदिर, समान नागरिकता संहिता सहित संविधान की विभिन्न धाराओं के संशोधन व विकसित भारत का विजन भाजपा के प्रचार के केंद्र में रहा, वहीं विपक्षी दलों द्वारा भाजपा पर हिंदू-मुस्लिमों को लड़ाने, संविधान समाप्त करने, आरक्षण मिटाने, इडी व सीबीआई का दुरुपयोग करने जैसे आरोप लगाये जाते रहे. अब देखना है कि मतदाताओं की राय इवीएम में किसके पक्ष में कैद होती है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है