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हाथियों ने राशन डीलर को कूचलकर मार डाला

हाथियों ने राशन डीलर को कूचलकर मार डाला

भंडरिया थाना क्षेत्र के पर्रो गांव में सोमवार की रात हाथियों के एक झुंड ने अपनी राशन दुकान पर सो रहे पीतांबर सिंह के 42 वर्षीय पुत्र राशन डीलर महरु सिंह को कुचल कर मार डाला. इसके बाद उसके राशन दुकान का सारा राशन चट कर गये. इस घटना से पर्रो गांव सहित पूरे इलाके में हाथियों के प्रति काफी दहशत है. घटना के संबंध में बताया गया कि मृतक अपने गांव के पुरबारा टोला स्थित अपने पुराने घर पर सोया था. उस समय उसकी पत्नी भी उसके साथ मौजूद थी. इसी बीच अचानक उनके घर पर हाथियों के झुंड ने हमला कर दिया. जबतक महरू सिंह अपने बचाव में कुछ कर पाते, हाथियों ने महरू सिंह को कुचलकर बुरी तरह से घायल कर दिया. इस घटना के बाद परिजनों ने आनन-फानन में उन्हें इलाज के लिए भंडरिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. वहां प्राथमिक उपचार के बाद महरू की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए डालटनगंज के सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया. लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. घर के लोग महरू के इलाज में जुटे थे, उधर हाथियों ने मजे से घर में रखा सारा अनाज खा लिय.ा घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. इधर महरू के शव का प्रशासन ने अंत्यपरीक्षण करा कर शव परिजनों को सौंप दिया. इसके बाद स्थानीय कोयल नदी के तट पर उसका अंतिम संस्कार किया गया. चार दिन पूर्व गोदाम से लाया गया था चावल ग्रामीणों ने बताया कि चार दिन पहले डीलर महरू सिंह ने भंडरिया गोदाम से राशन का उठाव कर राशन दुकान पर लाया था. लेकिन उसका वितरण अब तक नहीं किया गया था. डीलर ने गांव के लोगों से मंगलवार को राशन वितरण करने की बात कही थी. लेकिन सोमवार की रात यह घटना हो गयी. मृतक के परिजनों को मिलेगा मुआवजा: वनपाल इधर घटना के बाद वनपाल ललन कुमार ने कहा कि मामले की जानकारी मिली है. प्रशासनिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद मृतक के परिजनों को मुआवजा दिया जायेगा. चार लाख है मुआवजा की रशि गौरतलब है कि गढ़वा जिले के जंगल से सटे इलाके में हाथियों का झुंड पहुंचकर गांवों में जानमाल का नुकसान पहुंचा रहा है. यह सिलसिला वर्षों से चल रहा है. लेकिन इसका कोई समाधान नहीं निकल पाया है. हाथियों द्वारा जानमाल के नुकसान के बाद वन विभाग के अधिकारी नुकसान का जायजा लेकर मुआवजा राशि का निर्धारण करते हैं. मूल्यांकन के बाद प्रभावित व्यक्ति/परिजन को मुआवजा राशि प्रदान की जाती है. जंगली जानवरों के हमले में मौत होने पर मृतक के परिवार को चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाता है. जबकि घायल होने पर आकलन के हिसाब से उनका चिकित्सीय खर्च व मुआवजा दिया जाता है. इसी तरह से झारखंड सरकार द्वारा फसल नुकसान होने पर प्रति एकड़ एक निश्चित राशि प्रदान करती है. घर और अन्य संरचनाओं के नुकसान के लिए भी मुआवजा राशि निर्धारित की गयी है.

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