गढ़वा: झारखंड के गढ़वा जिले में हाथियों के झुंड ने जंगल में महुआ चुन रहे एक शख्स को पटक-पटक कर मार डाला. सुबह-सवेरे हाथियों के इस उत्पात के बाद जंगल में अफरा-तफरी मच गयी. जंगल में महुआ चुन रहे अन्य लोग डर से भाग गए. इस घटना से लोगों में आक्रोश है. सड़क पर शव रखकर लोगों ने दो घंटे सड़क जाम रखी. बता दें कि हाथियों के आतंक से त्रस्त लोगों में वन विभाग के प्रति नाराजगी है. वन विभाग की ओर से मृतक के परिजनों को दाह संस्कार के लिए तत्काल 10 हजार रुपए दिए गए. विभागीय प्रक्रिया पूरी करने पर चार लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा.
हाथियों के झुंड ने पटक-पटक कर मार डाला
चिनिया वन क्षेत्र के चिरका गांव का 52 वर्षीय दशरथ सिंह आम दिनों की तरह शनिवार की सुबह 5 बजे चिरका गांव के बगल के जंगल दाकुलदह स्थान पर महुआ चुनने गया हुआ था. इसी दौरान 20 से 25 की संख्या में पहुंचे हाथियों के झुंड ने दशरथ सिंह को अपनी चपेट में ले लिया और पटक-पटक कर मार डाला. इस हादसे में घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. इसकी सूचना मिलते ही ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गयी. जंगल में महुआ चुन रहे अन्य लोग जान बचाकर भाग निकले.
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शव के साथ लोगों ने की सड़क जाम
मृतक के पुत्र कैलाश सिंह, सुखदेव सिंह व पत्नी राजकली देवी की चीख-पुकार सुनकर ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग के कर्मियों एवं थाना प्रभारी अमित कुमार को दी. जनकारी मिलने पर थाना के एएसआई सुखराम उरांव एवं वन विभाग कर्मी अनिमेष कुमार ने घटना स्थल पर पहुंचकर जायजा लिया. जब पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के लिए शव लेने का प्रयास किया तो मृतक के आश्रितों ने ग्रामीणों के सहयोग से चिरका गांव के आईटीआई भवन के पास चिनिया-रंका रोड पर शव को रखकर मुआवजा दिलाने की मांग की. इससे सड़क जाम दो घंटे तक रही. वन विभाग पर आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि हाथियों का आतंक लगातार प्रखंड में 7 महीने से जारी है, लेकिन वन विभाग के कर्मियों ने उसे भगाने के लिए अभी तक कोई पहल नहीं की है.
दाह संस्कार के लिए की गयी आर्थिक सहायता
बुद्धिजीवियों व एएसआई सुखराम उरांव के समझाने-बुझाने के बाद वन विभाग के वन रक्षी प्रेमचंद दास ने मृतक के परिजनों को दाह संस्कार करने के लिए 10000 रुपए नकद दिया. सरकारी प्रावधानों के तहत 400000 रुपए मुआवजा जल्द ही दिया जाएगा. इस मौके पर महावीर सिंह रामवृक्ष सिंह, धनुकधारी सिंह, समाजसेवी फरीद खान, नंदू सिंह, परीखा भुइयां, वन रक्षी अनिमेष कुमार, थाना के एएसआई सुखराम उरांव आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे.
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