रंका थाना क्षेत्र के सिरोईकला गांव के ढोंटी टोला में शनिवार की रात हाथियों के झुंड ने उत्पात मचाते हुये आदिम जनजाति परिवार के रामप्यारी कोरवा के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया. जबकि वहीं घर में खाट पर सो रहे उसके पुत्र विकास कोरवा (14 साल) को खाट सहित सूंड में लपेट कर बाहर फेंक दिया. इससे विकास कोरवा बुरी तरह घायल हो गया है. हाथियों ने विकास को मरा समझकर उसे छोड़ दिया और जंगल की ओर चले गये. इसके बाद भय से घर में दुबके उसके माता-पिता बाहर निकले. इधर हाथी के घर तोड़ने से इस परिवार के तीन लोग दबकर गंभीर रूप से घायल हो गये. घायलों में रामप्यारी कोरवा का पुत्र दिनेश कोरवा, विकास कोरवा एवं उसकी पुत्री रेखा कुमारी शामिल हैं. सभी को पहले सीएचसी, रंका व वहां से रेफर होने पर गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए विकास कोरवा एवं दिनेश कोरवा को रिम्स, रांची रेफर कर दिया गया. परिजनों ने बताया कि रात 10 बजे 30 से 40 की संख्या में हाथियों का झुंड सिरोइ कला गांव पहुंचा. यहां हाथियों ने रामप्यारी कोरवा का घर तोड़ दिया. इस दौरान घर के सभी लोग उसी घर में सो रहे थे. इस घटना को देखकर घायलों के परिजनों ने शोर मचाया. इसके बाद आसपास के लोगों ने बम पटाखे फोड़ कर तथा आग जलाकर हाथियों को वहां से भगाया. इसके बाद तोड़े गये घर के मलवे में दबने से घायलों को बाहर निकालकर रंका सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. वहां से प्राथमिक उपचार के बाद तीनों की गंभीर स्थिति को देखते हुए बेहतर इलाज के लिए गढ़वा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया.
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