पर्यावरण परिवार गढ़वा की एक बैठक बुधवार को हुई. इसमें हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बरसात के मौसम में संस्था द्वारा विभिन्न सार्वजनिक स्थलोंं पर दो हजार नये पौधे लगाने का निर्णय लिया गया. सचिव नितिन कुमार तिवारी ने कहा कि इसके लिए स्थल का चयन कर लिया गया है. जहां चहारदीवारी तथा पौधों को सुरक्षा के साथ इन्हें पटाने की सुविधा होगी, वहीं पौधे लगाये जायेंगे. संस्था अपने घर अथवा खेतों में पौधा लगाने के इच्छुक लोगों को के बीच भी पौधे वितरित करेगी. बैठक में इस बात पर संतोष व्यक्त किया गया कि पर्यावरण परिवार द्वारा गत 12 वर्षों के दौरान जितने पौधे लगाये गये हैँ, उनमें से 80 प्रतिशत पौधे सुरक्षित हैं तथा पेड़ का रूप ले चुके हैं. दानरो तथा सरस्वती नदी की स्थिति पर चिंता : बैठक में गढ़वा शहर से होकर गुजरी दानरो तथा सरस्वती नदी की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए इन्हें बचाने के लिए एक आंदोलनात्मक कदम उठाने का निर्णय लिया गया. बैठक में पौधा लगाने के साथ ही अधिक से अधिक लोगों को इससे जोड़ते हुए लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने की भी बात कही गयी. इन्होंने भी विचार व्यक्त किये : बैठक में अनंत कुमार दूबे उर्फ बबलू दूबे, भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय कुमार चौबे, डॉ पतंजलि केशरी, सुरेश मानस, अलख द्विवेदी, मनोज द्विवेदी, शैलेश तिवारी, दिनेश चौबे, श्रीराम धरदुबे, प्रो कमलेश सिन्हा, सुनील तिवारी, विपिन तिवारी, गौतम ऋषि, मुनमुन बाबू व अभिमन्यु पाल ने भी विचार व्यक्त किये. बैठक का संचालन नितिन कुमार तिवारी ने किया.
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