गढ़वा जिले में पुनर्वस नक्षत्र की शुरूआत झमाझम बारिश के साथ हुई है. विशेष रूप से सोमवार से लगभग सभी क्षेत्रों में अच्छी वर्षा हुई है. मंगलवार को भी लगातार बारिश हुई. मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार आगे भी कम से कम 14 जुलाई तक इसी तरह से लगातार बारिश के पूर्वानुमान हैं. विदित हो कि रोहिणी, मृगशिरा और आदरा नक्षत्र की शुरूआत में बारिश न होने से किसान चिंतित व परेशान दिख रहे थे. लेकिन गत 26 जुलाई से मॉनसून के प्रवेश होते ही लगभग हर रोज कमोवेश बारिश हो रही है. इससे किसानों में अब अपनी खेती को लेकर उम्मीद जगी है. यद्यपि लगातार बारिश से किसानों को अपनी खेती शुरू करने में परेशानी भी हो रही है. उनको भदई फसलों और धान के बिचड़े लगाने के लिए बारिश खुला होना चाहिए. पर लगातार बारिश होने से फसलों की बोवाई करने में समस्या आ रही है. गौततलब है कि पिछले दो साल से जिले में लगातार अल्पवृष्टि से यहां की खेती मारी जा रही है. इससे व्यथित किसानों को इस साल मॉनसून की अच्छी बारिश होने के आस है. मौसम विभाग ने भी इस साल अच्छी बारिश की संभावना जतायी है. अभी लगातार होगी बारिश : मौसम विभाग ने गढ़वा और आसपास के क्षेत्रों में अभी लगातार बारिश का अनुमान बताया है. सोमवार को 33 मिमी बारिश हुई थी. जबकि दूसरे दिन मंगलवार को 37 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी. इसके पहले भी लगातार बारिश हुई, यद्यपि कई दिन खंड बारिश होने से सभी क्षेत्रों को बारिश का लाभ नहीं मिला है. विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार आठ जुलाई से 14 जुलाई तक लगातार बारिश की संभावना है. जिले का अधिकतम तापमान भी 37 डिग्री से नीचे रह रहा है. जबकि न्यूनतम तापमान 25 डिग्री तक आ गया है. इससे लोगों को गर्मी से पूरी तरह से राहत मिली है. एनएच 75 पर गिरा पेड़, सड़क जाम : मंगलवार को अपराह्न बेला में बारिश होने के साथ ही वन विभाग के ठीक सामने मुख्य सड़क पर एक पेड़ गिर जाने से काफी देर तक मुख्य पथ जाम रहा. सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. बाद में जेसीबी से पेड़ हटाया गया. तब करीब एक घंटे बाद सड़क पर यातायात सामान्य हुआ. जलजमाव से हो रही परेशानी : बरसात शुरू होने के बाद शहर में जल जमाव की परेशानी बन गयी है. पहली बरसात में ही नगर पालिका प्रशासन की पोल खुलती नजर आ रही है. बरसात से निपटने की समुचित तैयारी नहीं की जा सकी है. शहरवासियों का कहना है कि नालियों की सफाई ढंग से नहीं की गयी है. इसके कारण बरसात का पानी नाली से नहीं निकल पा रहा है. नाली की सफाई के नाम पर खानापूूर्ति : शहर के कलवार मुहल्ला निवासी भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ मुरली प्रसाद गुप्ता ने कहा कि नाली की सफाई सरस्वतिया नदी की तरफ से शुरू करनी चाहिए थी. लेकिन उल्टी दिशा से शुरूआत की गयी है. उसमें भी सिर्फ बीच-बीच में नाली की सफाई की गयी है. इससे नाली का कचरा नहीं निकल सकता है. उन्होंने नगर परिषद प्रशासन पर नाली की सफाई के नाम पर खाना पूर्ति का आरोप लगाया है.
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