नीलगाय के आंतक से किसान परेशान, रोकने के सभी प्रयास विफल
नीलगाय के आंतक से किसान परेशान, रोकने के सभी प्रयास विफल
हरिहरपुर ओपी क्षेत्र के इलाकों में नीलगाय के आतंक से किसान परेशान हैं. गांव में नीलगाय का उत्पात दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है. खेतों में लगी फसलों को नीलगाय बर्बाद कर रहे हैं. नीलगायों की झुंड प्रतिदिन आकर फसलों को नष्ट करते जा रहे हैं. जबकि नीलगायों को भगाने व उन्हें डराने के लिए किसान तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. वे खेतों में कपड़ों से आदमी की आकृति बनाकर, माल-मवेशियों का कंकाल, खोपडी-लकड़ी लगाकर तथा तार से घेराबंदी कर नीलगायों को रोकने का प्रयास कर रहे हैं. लेकिन ये उपाय कारगर साबित नहीं हो रहे. हरिहरपुर के किसान महेंद्र सिंह ने बताया कि नीलगायों ने उनके दो बिगहा खेत में लगी आधी से अधिक फसल चार-पांच दिनों में रौंदते हुए चट कर दी है. इसी तरह ड़गर गांव निवासी धनंजय सिंह ने बताया कि सोन तटीय इलाके में बादाम के खेती काफी होती थी. परंतु नीलगाय के भय से किसानों ने उक्त फसल लगाना अबछोड़ दिया है. इन दिनों मक्का के खेत में नीलगाय झुंड के झुंड रहते हैं. वे खेतों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. किसानों को हर वर्ष आर्थिक नुकसान हो रहा है. किसान नंदबिहारी सिंह ने बताया कि सरकार को इस नुकसान की भरपायी के लिए उचित कदम उठाना चाहिए. इस संबंध में मुखिया अनुज कुमार सिंह ने बताया कि इसका निदान अथवा क्षतिपूर्ति के लिए वह संबंधित पदाधिकारियों से मिलेंगे.
क्षतिपूर्ति की पहल की जायेगी : बीडीओ
प्रखंड के कृषि विकास पदाधिकारी साहिद अंसारी ने कहा कि इसके लिए संबंधित किसान आवेदन के माध्यम से संबंधित विभागों को सूचित करें. इसके बाद क्षतिपूर्ति का निरीक्षण कर विभाग को रिपोर्ट भेजी जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है