एनएच-75 फोरलेन के लिए अधिग्रहित मकान को ध्वस्त करने के दौरान छत गिरने से पिता पुत्र दब कर गंभीर रूप से घायल हो गये. स्थानीय लोगों की मदद से दोनों को मलबे से बाहर निकालकर इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया. वहां गंभीर रूप से घायल सुरेश राम व उसके पुत्र अजय कुमार को सदर अस्पताल गढ़वा रेफर कर दिया गया. इधर सुरेश राम को सदर अस्पताल से रिम्स रांची रेफर कर दिया गया था. पर रास्ते में ही उनकी मौत हो गयी. इससे पहले प्रशासन के रवैये से आक्रोशित होकर स्थानीय लोगों ने एनएच-75 जाम कर दिया. इस दौरान उग्र लोगों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उनका आरोप था कि फोरलेन के लिए अधिग्रहण किये गये जमीन का पैसा अभी तक नहीं मिला है. सिर्फ मकान का मुआवजा मिला है. लेकिन बरसात के मौसम में तत्काल मकान खाली कर तोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है. रहने के लिए बिना घर बनाये इतनी जल्दी कैसे मकान तोड़ दें. हमलोग बरसात के मौसम में कहां रहेंगे. जबकि जमीन का अभी तक मुआवजा भी नहीं मिला है. प्रशासन के कहने पर घायल पिता-पुत्र जल्दबाजी में मकान तोड़ रहे थे. इससे उक्त हादसा हुआ. उधर जाम की सूचना मिलने पर एसडीओ प्रभाकर मिर्धा, मजिस्ट्रेट हंस हेम्ब्रम, सीओ विकास कुमार सिंह एवं थाना प्रभारी आदित्य कुमार नायक सहित कई अधिकारी जाम स्थल पर पहुंचे व लोगों को समझाया तथा घायल व्यक्ति का समुचित इलाज कराने का आश्वासन दिया. इर्सके बाद लोग मान गये और जाम हटा लिया. जाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गयी थी.
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