बेटी की डोली निकलने से पहले घर से निकली पिता की अर्थी
बेटी की डोली निकलने से पहले घर से निकली पिता की अर्थी
सगमा प्रखंड के पुतुर गांव में बुधवार की शाम वज्रपात की घटना में सदानंद यादव की मौत हो गयी. इस हृदयविदारक घटना से सदानंद यादव के परिवार सहित पूरे पुतुर गांव में मातम छा गया है. घर में सदानंद की बेटी की शादी की तैयारी चल रही थी. पर बेटी की डोली निकलने से पहले घर से पिता की अर्थी निकली. उनकी मौत ने सभी को हिलाकर रख दिया है. प्रकृति के इस कहर से घर में शादी की खुशी का माहौल गम मेें बदल गया है.
विदित हो कि इस इलाके में बुधवार की शाम मॉनसून की पहली बारिश हुई है. इसी दौरान शाम करीब छह बजे सदानंद यादव अपने सिर पर शीट लेकर खरकटवा से अपने घर आ रहे थे. वह अपने घर से महज 200 मीटर दूर थे. इसी बीच हल्की बारिश के साथ सदानंद यादव के पास ही वज्रपात हुआ तथा वह इसकी चपेट में आकर घायल हो गये. स्थानीय लोग एवं परिजन उन्हें निजी वाहन से हॉस्पिटल ले गये, लेकिन वहां चिकित्सकों ने सदानंद को मृत घोषित कर दिया. इसकी खबर मिलते ही परिजनों की चीख-पुकार से पूरा माहौल गमगीन हो गया. घटना से सारे लोग हतप्रभ थे.बेटी की थी शादी : बताया गया कि सदानंद की चार लड़कियां हैं. इनमें तीन की शादी पहले हो चुकी थी. सबसे छोटी बेटी की शादी गांव के बगल में सगमा में सिकंदर यादव के पुत्र से तय हो चुकी थी. शादी नौ जुलाई को होनी थी. घर में इसकी तैयारी हो गयी थी. ग्रामीणों ने बताया कि सदानंद सीधे-सादे व्यक्ति थे. घटना की सूचना मिलने पर पूर्व जिप सदस्य नंद गोपाल यादव, मुखिया पति हनुमंत यादव, देवचंद यादव व तिलकधारी यादव सहित काफी लोग मृतक के घर पहुंचे और शोक-संवेदना व्यक्त करते हुए परिजनों को ढांढस बंधाने का प्रयास किया.
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