भानु के खिलाफ प्राथमिकी, आदिवासी समाज को अपमानित करने का आरोप

भानु के खिलाफ प्राथमिकी, आदिवासी समाज को अपमानित करने का आरोप

By Prabhat Khabar News Desk | July 24, 2024 9:48 PM

रमना थाना क्षेत्र के बहियार कला निवासी राजेंद्र उरांव ने भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही के खिलाफ रमना थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसके लिए दिये गये आवेदन में राजेद्र उरांव ने आरोप लगाया है कि रांची में भाजपा के पार्टी कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान विधायक भानुप्रताप शाही ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अपने संबोधन में गट्टा पकड़ कर कुर्सी से उतारने की बात कही और इसमें अपने कार्यकर्ताओं से भी बार-बार हामी भरवा रहे थे. भानु ने ऐसा हेमंत सोरेन के आदिवासी होने के कारण किया है. इस प्रकार के कृत आदिवासी मुख्यमंत्री को अपमानित करने के उद्देश्य से किया गया है. इसका प्रसारण सोशल मीडिया के साथ-साथ क्षेत्रीय और राष्ट्रीय मीडिया पर भी हुआ है. श्री उरांव ने कहा कि उन्होंने भी एक समाचार चैनल के एक्स प्लेटफार्म पर इसे देखा है. उन्होंने कहा कि एक आदिवासी मुख्यमंत्री के संदर्भ में कही गयी बातों से पूरा आदिवासी समुदाय आहत है तथा रोष में है. इस प्रकार के बयान से आदिवासी और गैर आदिवासी समुदाय में वर्ग संघर्ष का खतरा बढ़ सकता है. इस आवेदन के आधार पर रमना थाना में श्री शाही के खिलाफ एससी/एसटी व आइटी एक्ट सहित अन्य कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद पुलिस निरीक्षक रतन कुमार सिंह ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है.

मुख्यमंत्री व मिथिलेश ठाकुर के इशारे पर प्राथमिकी : भानु

इस संबंध में विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि मुख्यमंत्री का पद एक संवैधानिक पद होता है. इसे किसी जाति-धर्म से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. उन्होंने ऐसा कोई शब्द नहीं बोला है जिससे आदिवासी समाज की अस्मिता पर चोट पहुंचे. भानु ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व मंत्री मिथिलेश ठाकुर के इशारे पर यह प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.

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