रमकंडा : रमकंडा प्रखण्ड के रकसी गांव निवासी फिरंगी भुइयां पिछले एक महीने से अपने तीन सदस्यों के साथ तिरपाल के झोपड़ी के नीचे रहने को विवश है़ गरीब परिवार होने के बावजूद भी आज तक उसे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका है. इस कारण इस बरसात में सिर छुपाने के लिए उसे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है़ उसका परिवार एक खानाबदोश की तरह जीवन यापन कर रहा है़ फिरंगी भुइया ने बताया कि घर में करीब 15 सदस्य है.
मिट्टी का एक कच्चा मकान है, जो काफी जर्जर हालत में है. आधा से अधिक हिस्से में इस कच्चे घर में भी तिरपाल डालकर घर के अन्य सदस्य रहते हैं. लेकिन इस बरसात के दिन में भी उस घर में भी जगह-जगह पर पानी भर जा रहा है. इससे उनलोगों को रहने में काफी परेशानी हो रही है़ इस कारण पिछले एक महीने से चारों तरफ कपड़ों से घेर कर और ऊपर तिरपाल डाल कर रहने को वे सभी विवश है.
उन्होंने बताया कि जिस दिन ज्यादा पानी होता है, उस दिन बड़े से पत्थर पर चढ़ कर प्लास्टिक के सहारे रात गुजारते है़ं उसने बताया कि रात के समय उनलोगों का पूरा परिवार काफी भयभीत रहता है. इतनी दयनीय स्थिति के बावजूद किसी भी जनप्रतिनिधि ने उनकी आज तक सुधी नहीं ली. वह आवास के लिए पिछले दो सालों से मुखिया के पास चक्कर लगा रहा है.
लेकिन आज तक इसका लाभ नहीं मिला है. इस संबंध में पूछे जाने पर मुखिया पति संजय यादव ने कहा कि परिवार को तिरपाल की नीचे रहने के जानकारी उन्हें मिली है. पीएम आवास योजना का प्रतिक्षारत सूची में भी उसका नाम नहीं है़ लेकिन प्रखंड विकास पदाधिकारी से बात हुई है. जल्द ही आपदा मद से परिवार को आवास योजना का लाभ दिया जायेगा.