गढ़वा वासियों को बिजली संकट से कुछ हद तक मिली राहत
गढ़वा वासियों को बिजली संकट से कुछ हद तक मिली राहत
गढ़वा में विगत दिनों से उत्पन्न बिजली संकट से कुछ हद तक राहत मिली है. यह राहत उत्तर प्रदेश के रिहंद से बिजली मिलने के कारण मिली है. बुधवार की देर रात उत्तर प्रदेश के रिहंद से 25-30 मेगावाट बिजली मिलने लगी. इसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली है. बुधवार की रात करीब 12 बजे बिजली मिलनी शुरू हुई. वहीं गुरुवार की शाम छह बजे तक तीन घंटे बिजली कटी. इस तरह करीब 15 घंटे लोगों को बिजली मिली. उल्लेखनीय है कि सोननगर बिहार से 30 मेगावाट और रिहंद से 25 मेगावाट बिजली रेहला बी-मोड़ पावर ग्रिड को उपलब्ध हो रही है. इसमें से लगभग 30 मेगावाट बिजली रेलवे को दी जा रही है. वहीं 25 मेगावाट बिजली गढ़वा को मिलने लगी है. हालांकि यह स्थायी व्यवस्था नहीं है. स्थिति पूरी तरह सामान्य होने मे अभी वक्त लगेगा. गौरतलब है कि गढ़वा जिले को 40-45 मेगावाट बिजली की जरूरत है. पर वर्तमान में 25-30 मेगावाट बिजली मिलने से भी लोगों को काफी राहत मिल रही है.
30-31 मार्च से बाधित हुई थी बिजली
विदित हो कि 30 एवं 31 मार्च को आयी आंधी में सेंट्रल ट्रांसमिशन लाइन के टावर ध्वस्त होने के बाद गढ़वा जिले के बिजली व्यवस्था चरमरा गयी थी. इसके बाद वैकल्पिक व्यवस्था के तहत उत्तर प्रदेश और बिहार से बिजली लेकर काम चलाया जा रहा है. पर अभी गिरे टावर को खड़ा करने का काम अभी तक शुरू नहीं हो सका है. कयास लगाया जा रहा है कि टावर खड़ा करने में दो महीने लग सकते हैं.