दिसंबर में 10 रु किलो बिकने वाला लहसुन अब 160 रु किलो तक

दिसंबर में 10 रु किलो बिकने वाला लहसुन अब 160 रु किलो तक

By Prabhat Khabar News Desk | May 18, 2024 9:10 PM

नये साल 2024 के आगमन के साथ ही लहसुन के भाव में हुई वृद्धि कम होने का नाम नहीं ले रही है. मार्च के बाद नये फसल बाजार में आने के बाद लहसुन का भाव कम होने की संभावना थी लेकिन आवक कम होने के कारण स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं हुआ और बाजार में तेजी बनी हुई है. दरअसल दिसंबर 2023 में गढ़वा में लहसुन का थोक भाव 5-10 रु किलो था. नये वर्ष जनवरी-2024 में यह 100-150 रु किलो हो गया. इसके बाद मार्च व अप्रैल में भाव बढ़कर 200-250 रु प्रति किलो हो गया. इधर वर्तमान में लहसुन 130-175 रु प्रति किलो बिक रहा है. कम पैदावार होना मुख्य वजह : इस व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि लहसुन की कीमत बढ़ने का मुख्य कारण लहसुन की कम पैदावार होना है. व्यवसायियों ने कहा कि मध्य प्रदेश में लहसुन की सबसे ज्यादा खेती की जाती है. लेकिन गत वर्ष लहसुन की पैदावार में करीब आठ फीसदी की कमी आयी है. व्यापारियों की मानें तो फिलवक्त लहसुन के भाव में कोई राहत नहीं मिलनेवाला. बल्कि बरसात आने के बाद लहसुन के भाव में और उछाल आने की संभावना है. प्रतिमाह 100 टन लहसुन की है बिक्री : गढ़वा कृषि उत्पादन बाजार समिति के लहसुन व्यवसायी जीतेंद्र कुमार कुशवाहा ने बताया कि दाम बढ़ने के बावजूद जिले में प्रति माह 100 टन लहसुन की बिक्री हो रही है. व्यवसायी ने कहा कि अब लोकल स्तर पर लहसुन लहसुन आने बंद हो गया है तथा बाहर से आनेवाले लहसुन पर बाजार निर्भर है. इसलिए कीमत बढ़ गयी है.

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