संस्कृत भाषा संरक्षण समिति के प्रतिनिधिमंडल ने गढ़वा टाउन हॉल के सभागार में रविवार को झारखंड राज्य के शिक्षा मंत्री बैजनाथ राम से मुलाकात की. इस दौरान उनको संस्कृत भाषा संबंधित सात बिंदुओं का एक मांग पत्र सौंपा गया. इसमें कहा गया है कि राज्य के सभी मध्य विद्यालयों में संस्कृत की पुस्तक छात्र-छात्राओं को दी जाती है, लेकिन शिक्षकों का पद सृजित ही नहीं है. इसलिए शिक्षकों का पद सृजित कर बहाली कराने, राज्य में संस्कृत अकादमी की स्थापना कराने, सभी मध्य उच्च विद्यालयों में संस्कृत की पढ़ाई कराने, राज्य में बिहार राज्य के तर्ज पर मध्यमा बोर्ड का गठन करने, राज्य के सभी कॉलेजों एवं यूनिवर्सिटी में पद सृजित कर संस्कृत प्रोफेसर की नियुक्ति कराने, झारखंड राज्य में संस्कृत यूनिवर्सिटी की स्थापना कराने, राज्य में बंद किये गये संस्कृत विद्यालयों को पुनः प्रारंभ कराने की मांग की गयी है. मौके पर अध्यक्ष दयाशंकर गुप्ता, संरक्षक याकृब इकबाल व गुलाम सरवर खां मौजूद थे.
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