गोस्वामी तुलसीदास के जीवन से सीख लेकर शिक्षा प्राप्ति का संकल्प लें
गोस्वामी तुलसीदास के जीवन से सीख लेकर शिक्षा प्राप्ति का संकल्प लें
स्थानीय सीपी मेमोरियल स्कूल, सहिजना के नवनिर्मित विद्यालय भवन में संत गोस्वामी तुलसीदास की 527वीं जयंती मनायी गयी. इसका उद्घाटन विद्यालय के निदेशक अमरेंद्र कुमार पाठक एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं ने किया. शिक्षक विनय कुमार दुबे ने विषय प्रवेश कराया. इसके बाद मुख्य अतिथि प्रेम कुमार चौबे ने अपने संबोधन में संत गोस्वामी तुलसीदास की बाल्यावस्था का वर्णन करते हुए कहा कि उनके बचपन का नाम रामबोला था. हमें रामचरितमानस की शिक्षा का अनुसरण करना चाहिए. अमरेंद्र कुमार पाठक ने कहा कि हम सभी को संत गोस्वामी तुलसीदास के जीवन से सीख लेकर मानवता के साथ नैतिक मूल्यों में जो कमी आयी है, उसे दूर करते हुए शिक्षा प्राप्ति का संकल्प लेना चाहिए. शिक्षक सौरभ तिवारी ने कहा कि संत गोस्वामी तुलसीदास का कथन था सियाराम मय सब जग जानी,करऊँ प्रणाम जोरि जुग पानी. अर्थात सब में राम हैं और हमें उनको हाथ जोड़कर प्रणाम करना चाहिए.
कई प्रतियोगिता हुई : मुख्य कार्यक्रम के बाद भाषण प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. आठवीं के छात्र रोशन कुमार दुबे ने हनुमान चालीसा का पाठ किया. प्रतियोगिता के बाद राम अवध सिंह, अभय कुमार त्रिपाठी, राजेश शर्मा, शिक्षक विनय कुमार दुबे व राजेंद्र प्रसाद महतो ने भी विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम का समापन अभय त्रिपाठी केे शांति मंत्रोच्चार एवं वैदिक ऋचा के पाठ के साथ किया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है