शिक्षक की प्रतिनियुक्ति पर छात्राओं ने किया एनएच-75 जाम
शिक्षक की प्रतिनियुक्ति पर छात्राओं ने किया एनएच-75 जाम
सोमवार को अंबालाल उच्च बालिका विद्यालय की छात्राओं ने विद्यालय के शिक्षक प्रकाशचंद सोनी की दूसरे विद्यालय में प्रतिनियुक्ति किये जाने के विरोध में विद्यालय के मुख्य गेट के सामने एनएच-75 को जाम कर दिया. भारी बारिश के बीच छात्राओं ने करीब तीन घंटे (सुबह नौ से 12 बजे) तक सड़क जाम रखा. इस दौरान छात्राएं हाथ में प्रकाश सोनी के समर्थन में लिखी तख्ती ली हुई थी. छात्राओं ने सुबह नौ बजे से 12 बजे तक जाम किया. सूचना के बाद जामस्थल पर पहुंचे बीडीओ आदिति गुप्ता और सीओ विकास कुमार सिंह ने छात्राओं को विद्यालय के अंदर चलकर बात करने को कह कर जाम समाप्त कराया. छात्राओं ने कहा कि विद्यालय के शिक्षक प्रकाशचंद सोनी पर जिस आरोप को लगाकर विद्यालय से हटाया गया है वह पूरी तरह गलत है. वह अच्छी शिक्षा देते थे. उनका व्यवहार भी अच्छा था. लेकिन विद्यालय की प्रधानाध्यापिका द्वारा उन पर गलत आरोप लगाया गया है. बीडीओ और सीओ ने छात्राओं से बातचीत के दौरान बताया कि सभी मामलों की जांच की जायेगी. जांच के बाद जो दोषी होंगे उनपर कार्रवाई की जायेगी. छात्राओं ने कहा कि शिक्षक के जाने से स्कूल में शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है. उनकी प्रतिनियुक्ति तत्काल रद्द किया जाये.
छात्राओं से अश्लील बातें करते थे : इस संबंध में प्रिंसिपल सविता गुप्ता ने कहा कि प्रकाश चंद्र सोनी के इशारे पर कुछ छात्राएं ऐसा कर रही हैं. प्रकाश चंद सोनी जब स्कूल में थे, तो वह लड़कियों के साथ गलत व्यवहार करते थे. छात्राओं से अश्लील बातें करते थे. वीडियो फोटो बनाते थे. स्कूल में मनमानी करते थे. इसकी शिकायत उनके द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी से की गयी थी. इसके बाद उनकी प्रतिनियुक्ति तीन महीने के लिए रमकंडा हाई स्कूल में कर दी गयी है. वहीं से वे अन्य छात्राओं के साथ कांटेक्ट में रहकर उकसाने का काम कर रहे हैं. आज भी जाम स्थल पर मझिआंव से उनके भाई सहित अन्य लोग आकर बच्चियों को उकसा रहे थे.
आरोप गलत है : इस संबंध में प्रकाशचंद्र सोनी ने कहा कि उनपर लगे आरोप गलत हैं. स्कूल में प्रिंसिपल टीसी काटने के लिए पैसा लेती थी. इसका वह विरोध करते थे. इस कारण उनपर गलत आरोप लगाया गया है. अभी वह रमकंडा में हैं, तो कैसे सड़क जाम करवा सकते हैं.मामले की जांच हुई : इधर इस घटना के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा गठित जांच टीम ने पूरे मामले की जांच स्कूल आकर की. सभी छात्राओं का बयान कलमबद्ध किया गया. जांच टीम में क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी कैसर रजा, गढवा क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी रंभा चौबे सहित अन्य सदस्य थे. जांच के बाद टीम के सदस्यों ने कहा कि इसकी रिपोर्ट जिला शिक्षा पदाधिकारी को सौंपी जायेगी. स्कूल में शैक्षणिक माहौल खराब न हो, इसके लिए निर्देश दिये गये हैं.
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