EXCLUSIVE: गढ़वा में एक-एक डॉक्टर चला रहे हैं 6-6 प्राइवेट हॉस्पिटल, इलाज करते हैं झोला छाप चिकित्सक
एक चिकित्सक छह अलग-अलग अस्पतालों के मरीजों को कैसे देख सकता है़ वह भी तब, जब वह सरकारी चिकित्सक हैं और उनकी मुख्य ड्यूटी सरकारी अस्पताल में है़ उल्लेखनीय है कि गढ़वा जिले में कुल 110 निजी अस्पताल एवं सिंगल प्रैक्टिशनर पंजीकृत है़ं
गढ़वा जिले में स्वास्थ्य सेवा देने के नाम पर निजी अस्पताल खोल कर यहां के सरकारी चिकित्सक मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ करते हुए कमाई करने में लगे हैं. एक-एक चिकित्सक के छह-छह निजी अस्पताल चलाने की जानकारी मिली है. ये अस्पताल अलग-अलग प्रखंडों में हैं. क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत इन अस्पतालों की मान्यता (निबंधन) भी ले ली गयी है. सभी अस्पतालों के इंचार्ज के रूप में उन्हीं का नाम है़
अब यह समझा जा सकता है कि एक चिकित्सक छह अलग-अलग अस्पतालों के मरीजों को कैसे देख सकता है़ वह भी तब, जब वह सरकारी चिकित्सक हैं और उनकी मुख्य ड्यूटी सरकारी अस्पताल में है़ उल्लेखनीय है कि गढ़वा जिले में कुल 110 निजी अस्पताल एवं सिंगल प्रैक्टिशनर पंजीकृत है़ं
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किस चिकित्सक के कितने अस्पताल
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डॉ वीरेंद्र कुमार के हैं 2 अस्पताल: चंद्रिका हॉस्पिटल गढ़वा एवं नवजीवन हॉस्पिटल मेराल. (डॉ वीरेंद्र कुमार गढ़वा के सरकारी चिकित्सक तथा यक्ष्मा विभाग व ब्लड बैंक प्रभारी भी हैं. इसके अलावा वह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेराल के प्रभारी चिकित्सक के रूप में भी सेवारत है़ं ऐसे में वह इन निजी अस्पतालों के लिए कैसे समय निकालते होंगे, यह सोचने वाली बात है़
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डॉ सुनील कुमार के हैं 6 हॉस्पिटल: हेल्थ केयर हॉस्पिटल बरडीहा, अंकूल हॉस्पिटल भवनाथपुर, मां वैष्णवी चिकित्सालय गढ़वा, आशा चिकित्सालय, गुलाब हॉस्पिटल धुरकी व सदभावना हॉस्पिटल भवनाथपुर.
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डॉ शकील अहमद चलाते हैं 4 अस्पताल: मोदी सेवा सदन गढ़वा, सरस्वती चिकित्सालय गढ़वा, फैमली हॉस्पिटल डंडई एवं राजब हॉस्पिटल गढ़वा.
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डॉ शिव लगन भगत के हैं 4 हॉस्पिटल: आरके फैमली हॉस्पिटल गढ़वा, मां गढ़देवी अस्पताल गढ़वा, आरके तमल हॉस्पिटल श्री बंशीधर नगर, आरपी सेवा सदन गढ़वा. (डॉ शिव लगन सदर अस्पताल गढ़वा में पदस्थापित हैं)
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डॉ असजद अंसारी के 3 अस्पताल: निखिल सेवा सदन मेराल, निर्मला सेवा सदन चिनियां तथा केपी सिंह हेल्थ केयर सेंटर गढ़वा. (डॉ असजद सदर अस्पताल में कार्यरत हैं)
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डॉ दीपक कुमार सिन्हा के 4 अस्पताल: ज्योति हॉस्पिटल मेराल, स्वास्तिम हॉस्पिटल गढ़वा, मदन चिकित्सालय गढ़वा एवं मां गायत्री अस्पताल गढ़वा.
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डॉ संजीत आनंद चलाते हैं 2 हॉस्पिटल: हेरिटेज हेल्थ केयर एंड हॉस्पिटल जुटी गढ़वा एवं चौधरी जेनरल हॉस्पिटल गढ़वा.
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डॉ एएस सिंह के भी हैं 2 अस्पताल: राधा पार्वती हॉस्पिटल गढ़वा एवं नारायण हॉस्पिटल कांडी.
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डॉ पवन कुमार अनिल के हैं 2 अस्पताल: सिद्दिविनायक हॉस्पिटल डंडई एवं गढ़वा सेवा सदन.
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डॉ जिया उल हक अंसारी के हैं 2 हॉस्पिटल: मां अमिला हॉस्पिटल गढ़वा एवं हयात मेडिक्लिनिक रेहला रोड गढ़वा.
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(नोट: उपरोक्त चिकित्सकों में से डॉ सुनील व डॉ असजद को छोड़ शेष सभी गढ़वा के विभिन्न अस्पतालों में पदस्थापित सरकारी चिकित्सक हैं)
झोला छाप चिकित्सक करते हैं ऑपरेशन
गढ़वा जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों की बात तो दूर, गढ़वा जिला मुख्यालय में मान्यताप्राप्त पंजीकृत अस्पतालों में झोलाछाप चिकित्सक सिजेरियन डिलीवरी करा रहे है़ं एमबीबीएस चिकित्सकों के नाम पर निजी अस्पतालों की मान्यता लेकर वहां झोलाछाप ही ऑपरेशन कर रहे है़ं ऐसे में मरीजों के मौत की खबरें अक्सर आती रहती है़ं पूरे जिले में भले ही 110 निजी अस्पतालों को मान्यता मिली है. गढ़वा शहर एवं इसके आसपास चार-पांच किलोमीटर के दायरे में ही 54 अस्पताल संचालित हो रहे है़ं
अस्पताल संचालकों पर होगी कार्रवाई : सिविल सर्जन
इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ कमलेश कुमार ने कहा कि एक अस्पताल में एक इंचार्ज या परमानेंट चिकित्सक का होना आवश्यक है़ जो वहां हमेशा अपनी सेवा देंगे़ लेकिन कई चिकित्सकों ने गलत तरीके से कई अस्पतालों की मान्यता ले ली है़ उनकी सूची तैयार की जा रही है, उन पर कार्रवाई की जायेगी़ कई अस्पताल सरेंडर भी हो रहे है़ं
रिपोर्ट- पीयूष तिवारी, गढ़वा