नहाय-खाय के साथ महापर्व छठ का शुुभारंभ

नहाय-खाय के साथ महापर्व छठ का शुुभारंभ

By Prabhat Khabar News Desk | November 5, 2024 9:35 PM
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मंगलवार को नहाय-खाय के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो गयी. इस दौरान छठ व्रतियों ने लौकी भात ग्रहण किया. छठ व्रती महिलाएं प्रात:काल उठकर स्नान कर नये वस्त्र धारण करती हैं. इसके बाद भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना की जाती है. नहाय-खाय के दिन सात्विक भोजन ग्रहण किया जाता है. इस दिन कद्दू की सब्जी, लौकी मिले चने की दाल और भात का विशेष महत्व है. नहाय-खाय के दिन तैयार किये गये भोजन का सेवन सबसे पहले व्रत रखने वाली महिलाएं करती हैं. इसके बाद ही परिवार के अन्य सदस्य इसे ग्रहण करते हैं. अब बुधवार को खरना किया जायेगा और व गुरुवार को अस्ताचलगामी भगवान सूर्य व शुक्रवार को उगते सूर्य को अर्घ दिया जायेगा. छठ पर्व को लेकर व्रतियों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. शहर के छठ घाटों की सफाई विभिन्न संघो ने की है तथा इसे पूजन के लिए तैयार किया है. इनमें टी ग्रुप, स्टूडेंट क्लब, फ्रेंड्स क्लब व छठ सेवा समिति सहिजना सहित कई ग्रुप व संस्थाएं शामिल हैं. ये वतियों की सुविधा के लिए पिछले 10 दिनों से मेहनत कर घाटों को व्यवस्थित कर रही हैं. कई जगह छठ घाट पर भगवान सूर्य का मंदिर बना कर वहां भगवान सूर्य की प्रतिमा स्थापित की जाती है.

बाजार सजा, लोगों ने की खरीदारी : महापर्व छठ को लेकर बाजार में चारों तरफ चहल-पहल है. नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय चलने वाले इस अनुष्ठान को लेकर विभिन्न चौक चौराहा पर पूजा सामग्री एवं उसमें प्रयोग होने वाले मिट्टी के बर्तनों की बिक्री के लिए कई स्टॉल लगाये गये हैं.

मिट्टी के बर्तनों व सूप-दउरा की कीमत : रंका मोड़ पर मिट्टी के बर्तन की बिक्री कर रहे तेनार निवासी पवन कुमार ने बताया कि बाजार में दीया वाली ढकनी 100 रु जोड़ी, बिना दीया वाली ढकनी 60 रु जोड़ी को, कोसी दस रुपए पीस, दिया 100 रुपये सैकड़ा, मिट्टी की चूल्हा 100 रु पीस बिक रहा है. इसी तरह पूजा में प्रयोग होने वाले सुप- दउरा के व्यवसायी विफन साह ने बताया कि छोटा दौरा 150 रु पीस, सूप 150 से 200 रु पीस, बड़ा दौरा 200 रु पीस व बेना 20 रु प्रति पीस की दर से बेचे जा रहे हैं.

मखाना 1500 रु किलो : पूजन सामग्री विक्रेता निखिल कुमार कश्यप ने बताया के इस बार सबसे अधिक मखाना के दामों में उछाल आया है.इसकी कीमत 1500 रु किलो है. इसके अलावा गुड़ 60 रु किलो, सूखा नारियल 300 रु किलो, छुहारा 300 रु किलो, किशमिश 300 रु किलो, नारियल 25 एवं 30 रु, देसी घी 700 रु किलो, अगरबत्ती 5 से 150 रु पीस, इलायची 4000 रु किलो, जाफर 1000 रु किलो, कसैली 800 रु किलो, सिंदूर 5 से 20 तथा धूप 80 रु किलो बिक रहे हैं.

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