राशि निकासी के बाद भी खराब हैं चापाकल, नहीं हुई मरम्मत
राशि निकासी के बाद भी खराब हैं चापाकल, नहीं हुई मरम्मत
खरौंधी. खरौंधी प्रखंड में गर्मी का मौसम आने से पहले ही दर्जनों चापाकल सूख गये हैं. इससे खरौंधी पंचायत सहित अन्य पंचायतों में भी लोंगो को पीने का पानी के लिए अभी से जूझना पड़ रहा है. पिछले वर्ष भीषण गर्मी के कारण भूमिगत जलस्तर काफी नीचे चला गया था. इससे कई चापाकल सूख गये थे. इसके बाद अच्छी बारिश होने पर भूमिगत जलस्तर बढ़ने के बाद कुछ चापाकल चालू हो गया था. लेकिन अब पुनः वही स्थिति बन रही है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में पंचायती राज विभाग के द्वारा 15वें वित्त की राशि से चापाकल मरम्मत कराने के लिए निर्देश जारी हुआ था. इसमें खरौंधी पंचायत में चापाकल मरम्मत के लिए 4.20 लाख रु का भुगतान किया गया. इसी प्रकार सिसरी पंचायत मे 25 चापाकल की मरम्मत के लिए 3.06 लाख रु का भुगतान किया गया. जबकि अरंगी पंचायत मे 22 चापाकल की मरम्मत के लिए 1.72 लाख एक सौ रुपया, करिवाडीह पंचायत में 20 चापाकल की मरम्मत के लिए 1.45 लाख तथा कूपा पंचायत में 30 चापाकल के लिए 2.20 लाख रुपया खर्च किये गये हैं. इसके बाद भी इन पंचायतों में चापाकल की स्थिति में सुधार नहीं है. फर्जी निकासी का आरोप : खरौंधी पंचायत के बजरमरवा गांव के नागेश्वर गुप्ता, राजकिशोर गुप्ता, विगन यादव, कूल्लू साह, मुखदेव मेहता, इंद्रजीत गुप्ता, एकनाथ विश्वकर्मा, रामलाल गुप्ता, बरकत अली, इनायत अली अंसारी, अमरनाथ गुप्ता, नागेश्वर गुप्ता व रमजान अंसारी ने बताया कि उनके घर के आसपास सरकारी चापाकल लगा है. उसमें तीन वर्षो से चापाकल की कोई मरम्मत नहीं की गयी है. चापाकल खराब रहने के कारण वे लोग खेतों मे मौजूद सिंचाई बोर से पानी पीने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने बताया कि सूर्य मंदिर परिसर में वर्षों से चापाकल खराब है. चापाकल की मरम्मत के नाम पर फर्जी निकासी हुई है. मरम्मत की रिपोर्ट पंचायत सेवक के पास होगी : समन्वयक इस संबंध में 15वें वित्त के प्रखंड समन्वयक प्रवीण कुमार ने बताया कि चापाकल की मरम्मत का जियो टैगिंग एवं भुगतान पंचायत सेवक ने किया है. इसका ब्योरा व कागजात उन्हीं के पास होगा.
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