पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा बालू का अवैध उत्खनन
पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा बालू का अवैध उत्खनन
डंडई प्रखंड क्षेत्र के दानरो नदी थाना के निकट पश्चिम की ओर बालू माफियाओं द्वारा अवैध तरीके से दिन के समय बालू का उत्खनन कर नदी में बालू डंप किया जा रहा है. अंधेरा होते ही इसे ट्रैक्टर पर लोड कर बेचा जाता है. इससे नदी का अस्तित्व खतरे में है. अवैध उत्खनन का स्थान तथा जिस स्थान पर बालू डंप किया जा रहा है, की दूरी थाने से तकरीबन आधा किलोमीटर ही है. ऐसे में कहा जा सकता है कि थाना के नाक के नीचे से बालू का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. बालू के काराबोर में लगे ज्यादातर ट्रैक्टरों से नंबर प्लेट भी गायब है. रविवार को अजय ठाकुर, देवराज सिंह, दिलीप ठाकुर, रामलाल सिंह, विजय सिंह, राजेंद्र सिंह, मुन्ना सिंह, रामनरेश ठाकुर व बुद्धि नारायण सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने नदी से बालू उत्खनन का विरोध किया. ग्रामीणों ने बताया कि ठाकुर टोला छठ घाट के नजदीक दानरो नदी से पिछले कई महीने से बालू माफिया बालू उत्खनन कर रहे हैं. ये दबंग प्रवृत्ति के लोग हैं, जो ग्रामीणों की कोई बात नहीं मानते.
माफिया अखिलेश दिखाता है धौंस : ग्रामीणों ने बताया कि डंडई निवासी विजय मेहता के पुत्र अखिलेश मेहता, राहुल मेहता, स्व रामराज मेहता का पुत्र सकेंद्र मेहता द्वारा नदी से लगातार बालू निकलवाया जा रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि जब वे लोग बालू उत्खनन करने से मना करते हैं, तो विजय मेहता का पुत्र अखिलेश मेहता ( बीएसएफ का जवान ) वह अपनी धौंस दिखाकर कहता है कि वह पुलिस विभाग में हैं. सभी जगह समझ लेगा. ग्रामीणों ने बताया कि डंडई लवाही मोड़ से रारो होते हुए पनघटवा तक बनी सड़क के मुख्य प्लांट में इन्हीं माफियाओं ने बालू सप्लाई किया है. अब ये माफिया प्रखंड कार्यालय परिसर में सरकारी कर्मचारी भवन के निर्माण के लिए बालू की बिक्री कर रहे हैं.मजदूर मेरे नहीं हैं : इधर इस संबंध में उत्खनन स्थल पर मौजूद अखिलेश मेहता ने कहा कि नदी में बालू उत्खनन कर रहे मजदूर उसके नहीं हैं. मजदूर लोग बालू उत्खनन करते हैं और किसी भी ट्रैक्टर वाले को दे देते हैं. हम कभी-कभी ही ट्रैक्टर से बालू का उठाव करते हैं, नियमित नहीं.