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गढ़वा : नदियों से बड़े पैमाने पर बालू का अवैध खनन, दिन-रात होती है ढुलाई

इस बालू को रमकंडा के तेतरडीह, कुशवार, बलिगढ़, होमिया, चुटिया, दुर्जन, रकसी, चेटे व रमकंडा सहित अन्य क्षेत्रों में ऊंची कीमत पर बेचा जा रहा है. इधर अवैध बालू के मुद्दे पर इन दिनों अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | January 17, 2024 7:01 AM

मुकेश तिवारी, रमकंडा :

गढ़वा जिले के रमकंडा अंचल सहित रंका व भंडरिया अंचल की नदियों से इन दिनों बड़े पैमाने पर बालू का अवैध खनन हो रहा है. रंका के गोदरमाना स्थित कनहर नदी के भौंरी व धंसनी से बालू का खनन कराकर बालू माफिया रमकंडा के विभिन्न क्षेत्रों में डंप कर रहे हैं. इसी तरह भंडरिया के कुरुन गांव स्थित सपही नदी, जोन्हीखांड़, सरसतिया, बगडेगवा व इसी गांव के बगल से गुजरी कोयल नदी के अलावे रमकंडा के चेटे स्थित हाठु, बलिगढ़ के पपरा, जूतीडूमर व गोबरदाहा सहित अन्य छोटी नदियों से अवैध बालू लोड कर ट्रैक्टर रमकंडा की सड़कों पर बेझिझक चल रहे हैं.

इस बालू को रमकंडा के तेतरडीह, कुशवार, बलिगढ़, होमिया, चुटिया, दुर्जन, रकसी, चेटे व रमकंडा सहित अन्य क्षेत्रों में ऊंची कीमत पर बेचा जा रहा है. इधर अवैध बालू के मुद्दे पर इन दिनों अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. जबकि पहले भी कई बार तथा अभी चार जनवरी को भी उपायुक्त ने अवैध खनन एवं परिवहन के विषय पर गठित टास्क फोर्स की बैठक में संबंधित थाना प्रभारियों व अंचल अधिकारियों को भी बालू के अवैध खनन व परिवहन के मेमले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. पर संबंधित पदाधिकारी उपायुक्त के निर्देश को भी अवहेलना बड़े आराम से कर रहे हैं. इस तरह बालू के अवैध खनन के मामले में प्रत्येक माह होने वाली टॉस्क फोर्स की बैठक के बावजूद अवैध खनन, परिवहन और बालू के अवैध भंडारण के विरुद्ध कार्रवाई दूर की बात लगती है.

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खोखली हो रही इन क्षेत्रों की नदियां

बालू का ताबड़तोड़ खनन होने से इन नदियों का अस्तित्व खतरे में है. बताया जाता है कि पूर्व में एनजीटी की रोक व हाइकोर्ट की सख्ती के बाद इन नदियों से बालू उत्खनन बंद था. लेकिन अब विभिन्न क्षेत्रों में बालू का अवैध कारोबार फिर शुरू हो गया है. पिछले दिनों कुशवार गांव में आयोजित चार गांवों की बैठक में भी ग्रामीणों ने बालू के मामले पर विरोध किया है. ग्रामीणों ने कहा कि पहले यहां के लोगों को 700 रुपये प्रति ट्रैक्टर बालू मिलता था. लेकिन अब बालू माफिया इसे ढाई हजार से चार हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर बेच रहे हैं.

हमने बालू लदा कोई ट्रैक्टर अब तक नहीं देखा है : सीओ

इस संबंध में पूछे जाने पर भंडरिया के सीओ राकेश भूषण सिंह ने कहा कि उन्होंने अभी तक बालू लदा कोई ट्रैक्टर नहीं देखा है. लेकिन मामला संज्ञान में आया है, तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जायेगी.

ठीक है, कहकर फोन काट दिया

इस संबंध में पूरी बात सुनने के बाद जिला खनन पदाधिकारी ननदेव बैठा ने कहा कि ठीक है, यह कहकर उन्होंने फोन काट दिया.

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