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श्रीनगर सोन नदी घाट से बालू का अवैध खनन जारी

श्रीनगर सोन नदी घाट से बालू का अवैध खनन जारी

हरिहरपुर ओपी क्षेत्र के श्रीनगर गांव में बन रहे पानी टंकी निर्माण में सोन नदी से भारी मात्रा में बालू का उठाव कर धड़ल्ले से इसका उपयोग किया जा रहा है. एनजीटी की रोक के बाद भी बेरोकटोक सोन नदी में पोकलेन लगाकर बालू का उठाव किया जा रहा है. सोन नदी के किनारे निर्माण स्थल होने के कारण सोन नदी से अवैध तरीके से बालू उठाना आसान होता है. सूत्रों ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर बॉर्डर एरिया होने के कारण श्रीनगर गांव में जिला प्रशासन की ओर से सीसीटीवी कैमरा लगा दिया गया था. साथ ही पुलिस का अस्थायी कैंप भी बनाया गया था. उस समय निर्माण स्थल पर सोन नदी से बालू का उठाव बंद हो गया था. लेकिन कुछ ही दिन बाद पानी टंकी के कर्मियों ने सीसीटीवी कैमरा से बचते हुए बालू उठाने के लिए निर्माण स्थल के उत्तर तरफ से अलग रास्ता बना कर बालू का उठाव अवैध तरीके से करना शुरू कर दिया है. वहां मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने जब इसका विरोध किया, तो बालू उठाव बंद हो गया. बालू समाप्त होने पर निर्माण कार्य भी बंद कर दिया गया. अब मौके से पुलिस कैंप और सीसीटीवी कैमरा हट जाने के बाद फिर से बालू का उठाव शुरू हो गया है.

92 लाख लीटर क्षमता वाली टंकी का निर्माण : गौरतलब है कि श्रीनगर गांव में झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल गढ़वा की ओर से जल जीवन मिशन के तहत कांडी प्रखंड की नौ पंचायत के 37 गांव के 12,687 घरों को नल से जल उपलब्ध कराने के लिए 92 लाख लीटर क्षमता वाली टंकी का निर्माण किया जा रहा है. इस मामले में निर्माण कंपनी का कोई भी कर्मी कुछ भी बोलने से कतरा रहा है.

चालान वैध घाट का होना चाहिए : मामले में पीएचडी के कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि निर्माण सामग्री की व्यवस्था संवेदक को करनी है. चालान मुझे वैध घाट का चाहिए. इस मामले में पूछे जाने पर कांडी प्रखंड के सीओ राकेश सहाय ने बताया कि मामले की जानकारी उन्हें भी मिली है. जांच के बाद ही मामला स्पष्ट हो पायेगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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