मझिआंव एवं बरडीहा में रात भर होती है अवैध बालू की ढुलाई
मझिआंव एवं बरडीहा में रात भर होती है अवैध बालू की ढुलाई
मझिआंव एवं बरडीहा प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों धड़ल्ले से अवैध बालू ढोया जा रहा है. बांकी एवं कोयल नदी से खनन कर रात 10 बजे से लेकर सुबह छह बजे तक बालू की ढुलाई होती है. इस दौरान मझिआंव एवं बरडीहा से प्रतिदिन दो सौ से तीन सौ ट्रैक्टर बालू का अवैध कारोबार होता है. इस तरह एक हजार रुपये प्रति ट्रैक्टर के हिसाब से दो से तीन लाख रुपये का अवैध कारोबार प्रतिदिन हो रहा है. यह बालू मझिआंव बाजार क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाया जाता है. मिली जानकारी के अनुसार दवनकारा, पुरहे, टड़हे, लावाचंपा, बोदरा, बिछी, ओबरा, बभनी, तलसबरिया, बूढ़ीखांड़, गहिड़ी, खरसोता तथा मोरबे सहित अन्य कई घाटों से बालू का अवैध खनन किया जा रहा है. चाहे वह मझिआंव प्रखंड कार्यालय परिसर में चल रहा भवन निर्माण कार्य हो या बरडीहा, विशुनपरा, रमना, बंशीधर नगर या भवनाथपुर प्रखंड का निर्माण कार्य, सभी स्थानों पर यहीं से बालू जाता है. सरकारी व गैर सरकारी सभी तरह के कार्यों में इस अवैध बालू का उपयोग किया जाता है. ग्रामीणों का कहना है कि पूरी रात ट्रैक्टर की आवाज से लोगों की रातों की नींद उड़ गयी है. उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि चाहे वैध बालू की ढुलाई दिन में ही करायी जाय, तथा अवैध बालू पर रोक लगायी जाये. ताकि वे रात में आराम से सो सकें.
रात में छापेमारी में खतरा है : सीओइस संबंध में सीओ शंभू राम से प्रतिक्रिया लिये जाने पर उन्होंने कहा कि रात को खतरा है. अगर थाना प्रभारी उन्हें पुलिस बल उपलब्ध करायें, तो रात में भी छापामारी करने वे जा सकते हैं.