मुखिया व पंचायत सचिव की मिलीभगत, 12.72 लाख रु की अवैध निकासी
मुखिया व पंचायत सचिव की मिलीभगत, 12.72 लाख रु की अवैध निकासी
भवनाथपुर प्रखंड में 15 वें वित्त आयोग मद से 12.72 लाख रुपये की अवैध निकासी करने का आरोप है. इसमें मुखिया व पंचायत सचिव की मिलीभगत बतायी जा रही है. कैलान, सिंदुरिया व पंडरिया पंचायत में पंचायत सचिव का प्रभार सतीश कुमार सिंह को मिला था. करीब तीन माह पूर्व 22 जनवरी को एक सड़क दु में सतीश का पैर टूट गया. इसके बाद से वह लगातार छुट्टी पर है. पंचायत सचिव के छुट्टी पर रहने के बाद भी मुखिया तथा 15 वे वित्त समन्वयक ने तीनों पंचायत से 15 वें वित्त मद से 12.72 लाख रुपये की अवैध तरीके से निकासी कर संबंधित एजेंसी या मुखिया के चहेते को दे दिया है. कैलान पंचायत से 12.06 लाख रुपये, सिंदुरिया पंचायत से 30 हजार रुपये तथा पंडरिया पंचायत से 36 हजार रुपये नकाले गये हैं. पंचायत सचिव सतीश कुमार सिंह जनवरी में सड़क दुघर्टना के बाद से छुट्टी पर हैं, तो उनके डोंगल से भुगतान कैसे किया जा रहा है. कैलान पंचायत में पंचायत सचिव सतीश कुमार सिंह के डोंगल से पांच फरवरी से लेकर दो मार्च तक 12.06 लाख कु की निकासी की गयी है. फरवरी में 7.25 लाख तथा मार्च में 4.81 लाख रुपये निकाले गये हैं. उधर पंडरिया पंचायत में भी 15 वे वित्त से 14 मार्च को 30 हजार रुपये व सिंदुरिया पंचायत में दो मार्च को 36 हजार रुपये की निकासी की गयी है.
कैसे होती है पैसे की निकासी
संबंधित पंचायत के मुखिया तथा पंचायत सचिव के डोंगल से ओटीपी प्राप्त होने पर 15 वे वित्त समन्वयक के द्वारा संबंधित एजेंसी को या ग्राम सभा समिति के सचिव या अध्यक्ष को चेक के माध्यम से या फिर उनके खाते में भुगतान किया जाता है. भवनाथपुर में पंचायत सचिव दुर्घटनाग्रस्त होकर छुट्टी पर है, फिर भी उसके डोंगल से 15 वे वित्त मद के समन्वयक अशोक कुमार यादव ने 12.72 लाख रुपये का भुगतान कर दिया. इस संबंध में समन्वयक अशोक कुमार यादव ने बताया कि छुट्टी पर हैं, तो क्या हुआ? मुखिया हस्ताक्षर करा कर लाते हैं, तो हम उनके डोंगल से डिजिटल हस्ताक्षर छोड़ते हैं. ओटीपी आने पर भुगतान किया गया है. इधर पंचायत सचिव सतीश कुमार सिंह से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. साथ ही व्हाट्सएप मैसेज का भी जवाब नहीं दिया.बीडीओ नंद जी राम ने कहा कि पंचायत सचिव छुट्टी पर है और उनके डोंगल से भुगतान किया गया है, तो यह अवैध है. जानकारी नहीं थी. जांच कर कार्रवाई की जायेगी.