कांडी प्रखंड के सुंडीपुर में दर्जनों चमगादड़ों के मरने की जानकारी मिलने पर गुरुवार को सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारी सुंंडीपुर गये. भवनाथपुर वन क्षेत्र के रेंजर प्रमोद कुमार ठाकुर के नेतृत्व में गयी टीम में वनपाल अनिल गिरी एवं वन कर्मी शामिल थे. उन्होंने उन सभी स्थानों का जायजा लिया, जहां चमगादड़ों की मौत हुई थी. वन विभाग के कर्मचारियों ने अधिकारियों के आदेश पर मरे हुए चमगादड़ों को इकट्ठा कर उसे मिट्टी में दफना दिया. कुछ देर बाद पशु चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में पशुपालन विभाग की टीम भी सुंडीपुर पहुंची. उन्होंने भी सभी स्थानों का मौके पर जाकर जायजा लिया. पशुपालन विभाग की टीम ने मृत चमगादड़ों को सील बंद कर पुणे प्रयोगशाला में भेजने के लिए सुरक्षित रख लिया. जांच के बाद मृत्यु होने के कारणों का सही रूप से पता चल पायेगा. मौके पर कांडी के बीडीओ मोहम्मद आफताब आलम भी सुंडीपुर पहुंचे. सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने चौधरी टोला के नजदीक सुंडीपुर बगीचा में पीपल पेड़, सुंडीपुर देवी धाम के पूर्व बरगद का पेड़ एवं गोरेया बाबा के पास पीपल के पेड़ के निकट पहुंचकर स्थिति की जानकारी ली. बताया गया कि इन्हीं पेड़ों पर झुलसकर बुधवार को चमगादड़ों की मौत हुई थी. मौके पर पहुंचे प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गोविंद प्रसाद सेठ ने भी मामले की जांच की. इस दौरान बीडीओ एवं अन्य विभागीय अधिकारियों ने मृत पक्षियों को छूने से लोगों को सख्त मना किया.
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