डाकिया योजना के तहत मिलने वाले चावल में अनियमितता, पैकेट में 35 किलो की जगह 31 किलो ही रहता है
आदिम जनजाति (पीटीजी) के लिए संचालित डाकिया योजना के तहत मिलनेवाले राशन संबंधी जन सुनवाई हुई. इसमें लाभुकों ने डाकिया योजना के तहत मिलने वाले चावल में अनियमितता की शिकायत की.
रंका : रंका प्रखंड कार्यालय के सभागार में गुरुवार को आदिम जनजाति (पीटीजी) के लिए संचालित डाकिया योजना के तहत मिलनेवाले राशन संबंधी जन सुनवाई हुई. इसमें लाभुकों ने डाकिया योजना के तहत मिलने वाले चावल में अनियमितता की शिकायत की. उन्होंने कहा कि डाकिया योजना के पैकेट में 35 किलो की जगह 31 किलो ही चावल मिलता है. इसमें चार किलोग्राम चावल कम रहता है. कभी-कभी पैकेट में सड़ा चावल भी रहता है. उधर चीनी 23 रुपये प्रति किलोग्राम की जगह 26 रुपये प्रति किलो की दर से दी जाती है. वहीं केरोसिन तेल 26 रुपये प्रति लीटर की जगह 62 रुपये प्रति लीटर मिलता है.
आदिम जनजाति के लोगों ने कहा कि उन्हें जनवरी – फरवरी 2022 में चावल नहीं मिला है. शिकायत सुनने के बाद सामाजिक अंकेक्षण के जिला समन्वयक सुनिल तिवारी ने कहा कि उनकी समस्याओं को समाधान जल्द किया जायेगा. डाकिया योजना के पैकेट में चार किलोग्राम चावल कम होने पर जांच कर कार्रवाई की जायेगी. मौके पर सीओ शंभु राम, प्रमुख लीलावती देवी, 20 सुत्री अध्यक्ष अहमद अली अंसारी, मुखिया अनिल कुमार, सुधीर कुजूर, मुखिया पति राजेश कुमार मद्धेशिया, सलीम अंसारी व आदिम जनजाति के जिलाध्यक्ष नन्हेश्वर कोरवा सहित प्रखंड क्षेत्र के आदिम जनजाति के लोग उपस्थित थे.