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बूढ़ा पहाड़ इलाके के गांव पहुंचे मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी

झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने शुक्रवार को गढ़वा जिला अंतर्गत भंडरिया थाना क्षेत्र के अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र बूढ़ा पहाड़ से सटे हेसातू गांव में पहुंचकर वहां चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की.

बूढ़ा पहाड़ इलाके के गांव पहुंचे मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी

माओवादियों के चंगुल से मुक्त होने के बाद कई चुनावों के बाद इसबार मतदान में भाग लेंगे बूढ़ा पहाड़ इलाके के लोग

हेसातू मतदान केंद्र तक जाने के लिये बाइक की सवारी करनी पड़ी

हेडिंग…सभी नक्सल प्रभावित गांवों में शत-प्रतिशत मतदान कराने की तैयारी करें

घनश्याम सोनी

बड़गड़ (गढ़वा). झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने शुक्रवार को गढ़वा जिला अंतर्गत भंडरिया थाना क्षेत्र के अतिनक्सल प्रभावित क्षेत्र बूढ़ा पहाड़ से सटे हेसातू गांव में पहुंचकर वहां चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की. विदित हो कि बूढ़ा पहाड़ और आसपास के गांवों को हाल ही में पुलिस प्रशासन द्वारा लंबे समय तक विशेष अभियान चलाकर भाकपा माओवादियों से मुक्त कराया गया है. अब चुनाव आयोग इन इलाकों में लोकतंत्र को पूरी तरह से स्थापित करने की तैयारी की है. इस क्षेत्र के लोग लंबे समय तक नक्सलियों के भय से मतदान से वंचित रहे हैं. इसको देखते हुए स्वयं राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी हेसातु गांव पहुंचकर वहां सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी ली. वहीं गांव के लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं की भी जानकारी ली. शुक्रवार की सुबह में ही मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के साथ राज्य के पुलिस नोडल पदाधिकारी एवी होमकर, सीआरपीएफ आईजी राकेश अग्रवाल, एसटीएफ आइजी इंद्रजीत महथा, सतीश लिंडा हेलिकॉप्टर से भंडरिया थाना के कुल्ही पिकेट स्थित हैलीपेड पर उतरे थे. वहां से सभी अधिकारी गढ़वा उपायुक्त शेखर जमुआर और एसपी दीपक कुमार पांडेय के साथ बाइक पर सवार होकर सड़क मार्ग से उत्क्रमित मध्य विद्यालय हेसातू गांव स्थित मतदान केंद्र संख्या 420 पर पहुंचे. वहां उन्होंने बूथ की भौतिक जानकारी ली. पदाधिकारियों ने वहां बैठक कर लोकसभा चुनाव के लिये की गयी तैयारी की समीक्षा की.

मतदाताओं को केंद्र तक लाने के लिये वाहन की व्यवस्था करने का निर्देश

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने प्रखंड के विभिन्न मतदान केंद्रों पर नियुक्त बीएलओ एवं चुनाव कर्मियों से मतदाता सूची की जानकारी ली. उन्होंने मृत व पलायन किये मतदाताओं को चिन्हित करने निर्देश दिया. उन्होंने बीएलओ को निर्देश देते हुए कहा कि शत-प्रतिशत मतदान के लिए मतदाताओं को जागरूक करें. उन्होंने कहा कि सीनियर सिटिजन व दिव्यांग मतदाताओं से होम मतदान कराने की सभी आवश्यक सुविधाएं दी जाएंगी. वैसे मतदाताओं को चिन्हित कर सूची तैयार कर लेनी है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मौके पर उपस्थित उपायुक्त को दूर-दराज के मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने में वाहनों की व्यवस्था प्रशासनिक रूप से करने का निर्देश दिया. उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि किसी राजनीतिक दल के वाहनों में सवार होकर मतदाताओं को मतदान केंद्र पर नहीं लाना है. उन्होंने सभी मतदान केन्द्रों पर मतदाताओं की सुविधा के लिए 15 गुणा 15 फीट का छायादार टेंट लगाने, बिजली, पानी, रैंप, व्हील चेयर की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. समीक्षा बैठक में भंडरिया बीडीओ अमित कुमार, बड़गड़ बीडीओ अमित कुमार पासवान, अंचलाधिकारी राकेश भूषण सिंह, इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी चंदन कुमार सिंह, टेहरी मुखिया बिन्को टोप्पो सहित अन्य पदाधिकारी एवं ग्रामीण उपस्थित थे.

जवानों की शहादत को सार्थक बनायें : एवी होमकर

झारखंड पुलिस के नोडल पदाधिकारी एवी होमकर ने कहा कि इस क्षेत्र को नक्सलियों से भयमुक्त वातावरण बनाने में राज्य के कई पुलिस जवानों एवं अर्द्धसैनिक बल के जवानों ने अपनी शहादत दी है. उनके शहादत को लोकतंत्र के इस महापर्व में जाया नहीं होने दें. अपितु इस क्षेत्र में शत-प्रतिशत मतदान कराकर उनके शहादत को सार्थक बनायें.

बूढ़ा पहाड़ एक सक्सेस स्टोरी है : राकेश अग्रवाल

सीआरपीएफ आईजी राकेश अग्रवाल ने कहा कि बूढ़ा पहाड़ एक सक्सेस स्टोरी है, जहां सीआरपीएफ एवं स्टेट पुलिस ने मिलकर इसे नक्सल मुक्त कराया है, आज बूढ़ा पहाड़ के लोग एक अच्छे माहौल में भय मुक्त होकर रह रहे हैं. सीआरपीएफ के सहयोग से बूढ़ा पहाड़ पर एक स्कूल भी चलाया जा रहा है. जिसमें पढ़कर बच्चे शिक्षित हो रहे हैं. यहां के लोग सरकार की योजनाओं से जुड़ रहे हैं. बूढ़ा पहाड़ के ग्रामीण क्षेत्र में इस बार निर्वाचन आयोग द्वारा पहली बार मतदान गांव के ही बूथ पर कराने की तैयारी कर रही है. ताकि यहां के मतदाता अपने बूथ पर आकर भयमुक्त वातावरण में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके. पूरे क्षेत्र में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की जा रही है.

पिछले कई चुनाव से मतदान से वंचित थे ग्रामीण

यहां बता दे कि बूथ क्रमांक 420 उत्क्रमित मध्य विद्यालय हेसातु अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र में होने के कारण यहां पिछले कई चुनाव से मतदान नहीं हो रहा था. सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए इस बूथ को रिलोकेट कर मतदान कुल्ही पिकेट में कराया जाता था. जहां मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करने में असुविधा होती थी. स्वीप कोषांग गढ़वा के तहत आयोजित मतदाता जागरूकता कार्यक्रम को लेकर विगत छह अप्रैल को जिले के उपायुक्त शेखर जमुआर एवं पुलिस कप्तान दीपक पांडेय ने हेसातू गांव में पहुंचकर लोगों को मतदान के प्रति जागरूक करने को लेकर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाया था. इस दौरान हेसातु एवं आसपास के ग्रामीणों ने गांव में ही मतदान केंद्र स्थापित कर मतदान कराने की मांग उपायुक्त से की थी. उन्होंने समस्या से अवगत कराते हुए कहा था कि मतदान केंद्र दूर होने के कारण ज्यादातर मतदाता मतदान से वंचित रह जाते हैं. अब हमारा गांव सुरक्षित है. इसलिए हम सभी मतदाता अपने गांव के बूथ पर सुरक्षित रूप से मतदान का प्रयोग कर सकते हैं. ग्रामीणों की मांग को जायज मानते हुए उपायुक्त ने इसे तत्परता के साथ निर्वाचन आयोग को अवगत कराया. जिसपर निर्वाचन आयोग ने तत्काल संज्ञान में लेते हुए हेसातू बूथ को हेसातू गांव में ही पुनर्स्थापित करने का निर्णय लिया. अब यहां के ग्रामीण अपने ही गांव में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे.

ग्रामीणों ने सड़क व बिजली की मांग की

चुनाव को लेकर की जा रही तैयारी का जायजा लेने पहुंचे राज्य निर्वाचन आयुक्त की रवि कुमार के समक्ष हेसातू के ग्रामीणों ने अपनी मांगों को रखा. उन्होंने कहा कि हेसातू पुलिस पिकेट से हेसातू गांव तक अधूरे पड़े सड़क और बीच रास्ते में पुलिया का निर्माण कराया जाये. इससे उनको आवागमन में सुविधा हो जायेगी. साथ ही ग्रामीणोंं ने गांव में बिजली बहाल कराने की भी मांग की. इस पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री कुमार ने उपायुक्त को तत्काल इस पर अग्रेत्तर करवाई का निर्देश दिया.

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