अनोखी पहल : खैरियत पोर्टल से प्रवासी श्रमिकों का ख्याल
लॉकडाउन के दौरान देश के दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए गढ़वा जिला प्रशासन ने अनूठा प्रयास किया है. गढ़वा उपायुक्त हर्ष मंगला ने एनआइसी द्वारा विकसित ‘खैरियत’ पोर्टल लांच किया है. इससे मजदूरों के स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियां साझा की जायेंगी.
गढ़वा : लॉकडाउन के दौरान देश के दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों की मदद के लिए गढ़वा जिला प्रशासन ने अनूठा प्रयास किया है. गढ़वा उपायुक्त हर्ष मंगला ने एनआइसी द्वारा विकसित ‘खैरियत’ पोर्टल लांच किया है. इससे मजदूरों के स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियां साझा की जायेंगी. साथ ही उनके कौशल के अनुसार रोजगार की व्यवस्था की जायेगी.
12 घंटे में 60 पंजीयन : प्रवासी मजदूरों को यह पोर्टल हिट साबित हो रहा है. इसका अंदाजा इससे ही लगाया जा सकता है कि 12 मई को लांच किये गये पोर्टल में 12 घंटे के अंदर 60 पंजीयन हो चुके हैं. हालांकि, इसमें वैसे श्रमिक और बेरोजगार लोग भी पंजीयन करा रहे हैं, जो प्रवासी मजदूरों की श्रेणी में नहीं आते हैं. पंजीयन करानेवालों में स्वास्थ्य से अधिक अपने कौशल के मुताबिक रोजगार पाने की बेसब्री है.
श्रम विभाग के पास है आंकड़ा :
श्रम विभाग के मुताबिक गढ़वा जिले में वर्तमान समय में 17 हजार प्रवासी मजदूर पंजीकृत हैं, जबकि 23 हजार गैर पंजीकृत प्रवासी मजदूर भी हैं. इसमें से अधिकांश श्रमिक इस समय लॉकडाउन के बाद काम बंद हो जाने के कारण बेरोजगार होकर घर लौट चुके हैं अथवा लौटने के क्रम में हैं. इनमें सरिया सेटरिंग करनेवाले, मजदूर-मिस्त्री से लेकर प्लंबर, विभिन्न प्रकार के तकनीशियन, इंजीनियर, कढ़ाई-बुनाई आदि से संबंधित लोग शामिल हैं. इन्हें घर लौटने के बाद कोरोना महामारी के कारण अपने स्वास्थ्य एवं रोजगार दोनों की चिंता सता रही है.
स्वास्थ्य मामले में रखी जा रही गोपनीयता
खैरियत पोर्टल पर बाहर से आनेवाले मजदूरों से सर्वप्रथम उनकी स्क्रीनिंग, सैंपलिंग और स्वास्थ्य की जानकारी मांगी जा रही है. जिला प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि जिन्हें भी कोविड-19 से संबंधित कोई परेशानी होगी, उनकी सूचनाओं को पूरी तरह गोपनीय रखते हुए संबंधित बीडीओ से उसकी जांच करा कर आगे का काम करेंगे. वे घर बैठे ही संदेहास्पद मामले की सूचना प्रशासन को दे सकते हैं. यह पोर्टल काफी सरल बनाया गया है. मात्र कुछ प्रश्नों का जवाब देकर इसे सबमिट करना है. उसकी सूचना भी मजदूर खैरियत पोर्टल के माध्यम से डाटा प्रविष्टि कर जिला प्रशासन को दे सकते हैं.
इस पोर्टल को शुरू करने का उद्देश्य जिले के प्रवासी श्रमिकों के विषय में आंकड़े इकट्ठा करना और उनके हुनर के बारे में जानकारी हासिल करना है. भविष्य में आवश्यकतानुसार उनके लिए रोजगार के विषय पर पहल की जायेगी.
– हर्ष मंगला, उपायुक्त, गढ़वा