जर्जर हो गया गढ़वा के खरौंधी प्रखंड का भवन, वर्ष 2015 में हुआ था उद्घाटन
प्रखंड कर्मी प्रखंड कार्यालय के ऊपरी तल्ले में काम करते हैं. इस तल्ले पर 10 कमरे एवं दो शौचालय हैं. इधर इन सभी कार्यालयों में छत से पानी टपकता है.
अभिमन्यु, खरौंधी : प्रखंड कार्यालय भवन खरौंधी उद्घाटन के आठ वर्ष बाद ही जर्जर हो गया है. प्रखंड कर्मी यहां जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं. खरौंधी प्रखंड कार्यालय भवन का शिलान्यास 2005 में हुआ था. इसका निर्माण गढ़वा निवासी संवेदक उमेश सिंह ने कराया था. करीब 10 वर्षों तक निर्माणाधीन रहने के बाद नवंबर 2015 में प्रखंड कार्यालय नये भवन में शिफ्ट हुआ था. उस वक्त भी प्रखंड कार्यालय के इस नये भवन का शौचालय अधूरा था, जिसका निर्माण आज तक नहीं किया जा सका है. प्रखंड कर्मी से लेकर जनता तक खुले में शौच करने को मजबूर हैं. वहीं शौचालय के कमरों मे गंदगी का अंबार है.
प्रखंड कर्मी प्रखंड कार्यालय के ऊपरी तल्ले में काम करते हैं. इस तल्ले पर 10 कमरे एवं दो शौचालय हैं. इधर इन सभी कार्यालयों में छत से पानी टपकता है. इन कमरों की दीवारें भी फट गयी है. ऊपरी छत का पलास्टर झड़ चुका है. भवन में पानी की व्यवस्था नहीं है. बिजली के लिए वायरिंग भी नहीं हुई है. बरसात के दिनों में सरकारी कागजातों को पानी से बचाना मुश्किल हो जाता है. प्रखंड भवन का वर्षों से रंग-रोगन तक नहीं कराया गया है.
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प्रखंड प्रमुख आभा रानी ने बताया कि पूरे प्रखंड कार्यालय भवन की स्थिति जर्जर है. प्रखंड कार्यालय भवन में न पानी है और न ही शौचालय और न ही बिजली की वायरिंग हुई है. ऊपर के सभी कमरों में बारिश के दिनों में पानी टपकता है. वहीं सभी कमरों के दीवारों मे दरार पड़ चुकी है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्चाधिकारियों से शिकायत की गयी थी. तब मनरेगा से प्रखंड कार्यालय भवन का जीर्णोद्धार करने की बात कही गयी थी. लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है.
देखते हैं क्या हो सकता है :
इधर बीडीओ रविंद्र कुमार ने बताया कि इस बारे अभी कोई जानकारी नहीं है. अखबार के माध्यम से मामला संज्ञान मे आया है. देखते हैं क्या हो सकता है.