अस्पताल ले जा रहे मजदूर की गाड़ी में हुई मौत
रमना थाना क्षेत्र के गम्हरिया गांव निवासी मस्ताना भुइयां का पुत्र आनंद कुमार भुइयां 22 वर्ष की मौत शुक्रवार को करंट की चपेट में आने से हो गयी.
गढ़वा
.रमना थाना क्षेत्र के गम्हरिया गांव निवासी मस्ताना भुइयां का पुत्र आनंद कुमार भुइयां 22 वर्ष की मौत शुक्रवार को करंट की चपेट में आने से हो गयी. उसे गंभीर स्थिति में इलाज के लिए एक निजी बोलेरो गाड़ी से गढ़वा सदर अस्पताल लाया जा रहा था. लेकिन गढ़वा शहर के मझिआंव मोड़ पर डेढ़ घंटे तक बोलेरो गाड़ी सड़क जाम के कारण फंसा रहा. इस दौरान बोलेरो गाड़ी में ही आनंद कुमार भुइयां की मौत हो गयी. घटना के संबंध में मृतक की मां उर्मिला देवी ने बताया कि केतार थाना क्षेत्र के चौरा गांव स्थित ओम ईंट भठ्ठा पर आनंद कुमार भुइयां मजदूरी करता था. वहां उसके पिता मस्ताना भुइयां, मां उर्मिला देवी, भाई दीपक कुमार आदि ईंट पाथने का काम करते हैं. शुक्रवार को आनंद कुमार भुइयां ईंट भठ्ठा के समीप पंडा नदी में नहाने गया था. चौरा गांव के ही एक किसान ने फसल की सिंचाई के लिए नदी में विद्युत चालित पंप लगा रहा था. उसने आनंद कुमार भुइयां से विद्युत तार बिछाने में सहयोग करने को कहा. बताया गया कि आनंद ने विद्युत तार को बिछाने के क्रम में करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया. यह स्थिति देखकर किसान वहां पर अपना मोबाइल छोड़कर भाग गया. तब तक ईंट भठ्ठा के मजदूर वहां पहुंच कर आनन फानन में एक निजी बोलेरो गाड़ी से घायल आनंद कुमार भुइयां को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. सदर अस्पताल लाए जाने पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया. सड़क जाम में गाड़ी फंस जाने से गयी जान –
मृतक आनंद की मां उर्मिला देवी ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर करीब एक बजे उसका बेटा पंडा नदी में नहाने गया था. वहीं एक किसान की बातों में आकर करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे बोलेरो से लेकर शाम करीब चार बजे गढ़वा पहुंचने पर मझिआंव मोड़ से सदर अस्पताल की ओर जा रही गाड़ियों को पुलिस ने रोक दिया. बता दें कि शहर के रंका मोड़ पर झामुमो कार्यकर्ताओं द्वारा हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने पर शुक्रवार की शाम को जश्न मनाया जा रहा था. इस कारण काफी देर के लिए गाड़ियों की आवाजाही रुक गयी थी. मृतक की मां ने बताया कि बड़ी आरजू मिन्नतें करने पर भी पुलिस ने गाड़ी को आगे जाने नहीं दिया. रंका मोड़ से मझिआंव मोड़ तक पुलिस गाड़ी को पीछे ले जाने को कह रही थी. लेकिन पीछे से भी गाड़ियों की लंबी कतार लगी थी. इस कारण गाड़ी को पीछे ले जाना संभव नहीं था. करीब साढ़े पांच बजे उसे मझिआंव मोड़ से सदर अस्पताल लाया जा सका, तब तक काफी देर हो चुकी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है